रायपुर. राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने बेरोजगारी, पीएम आवास समेत कई मुद्दों पर सरकार को घेरा. चंदेल ने कहा कि रये सरकार झूठ की इमारत पर टिकी है. सरकार ने हर वर्ग को ठगा है. समाज का कोई वर्ग सरकार से खुश नहीं है. सरकार की नीति और नियत अलग है. उन्होंने कहा कि प्रशासन का राजनीतिकरण और राजनीति का अपराधीकरण हो गया है. जनादेश मिला है तो उसका सम्मान करना चाहिए. जब से सरकार आई है लोकतंत्र की हत्या हो रही है.
चंदेल ने कहा कि 22 मार्च 2022 को पंचायत मंत्री ने इसी सदन में चार अधिकारियों के निलंबन की घोषणा की गई थी, लेकिन निलंबन नहीं किया गया. विधायिका का इतना बड़ा अपमान पहले कभी नहीं हुआ. प्रदेश में विधानसभा प्रजातंत्र का सबसे बड़ा मंदिर है. कलेक्टर विधायकों के पत्र का जवाब तक नहीं देते. लोकतंत्र में निर्वाचित व्यक्ति सबसे बड़ा होता है. सरकार को आसंदी से ये निर्देश होना चाहिए कि चुने हुए जनप्रतिनिधियों का सम्मान किया जाए.
वहीं चंदेल ने राजगीत के अपमान का भी मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अधिवेशन में राजकीय गीत का अपमान हुआ. जब अधिवेशन में राजकीय गीत बजा तब कोई राष्ट्रीय नेता खड़े नहीं हुए. ये छत्तीसगढ़ का अपमान है.
किसानों ने की आत्महत्या- चंदेल
चंदेल ने कहा कि सरकार की गलत नीतियों के चलते पांच हजार से ज्यादा किसानों ने आत्महत्या की है. जब से ये सरकार बनी है, सारी नियुक्तियां बंद है. युवा हताश और निराश हैं. बेरोजगार युवा फांसी के फंदे पर झूलने को मजबूर है. नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि जब छत्तीसगढ़ राज्य का निर्माण हुआ तब लोगों ने कहा कि मध्यप्रदेश में कांग्रेस का बहुमत है. राज्य बनने पर सरकार कांग्रेस की बनेगी. प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने कहा कि मैं सरकार बनाने के लिए नहीं राज्य की जनता के हित के लिए ये कर रहा हूं.
अपराध के मामले में अग्रणी राज्यों की श्रेणी में – चंदेल
उन्होंने कहा कि राजस्व के मामलों पर मुख्यमंत्री ने खुद चिंता व्यक्त की थी. चाहे तहसीलदार हो, नायब तहसीलदार हो या दूसरे कर्मचारी, लोग कहते हैं कि जो काम दो चार हजार में हो जाता था, आज उस पर 25 हजार रुपये तक लग रहे हैं. सरकार का खजाना खाली है. वित्तीय प्रबंधन नहीं है. अनुकंपा नियुक्ति की मांग कर रही महिलाएं तीन महीने से अपनी मांगों को लेकर आंदोलन पर हैं. सरकार के किसी मंत्री विधायक ने मिलने का वक्त नहीं दिया. चार लाख से ज्यादा कर्मचारी हड़ताल पर जाने की तैयारी कर रहे हैं. स्कूलों के हालात बदतर हैं. कानून की स्थिति बद से बदतर है. पूरा छत्तीसगढ़ अपराध गढ़ बन गया है. अपराध के मामले में अग्रणी राज्यों की श्रेणी में आ गया है.
मंत्रिमंडल में टीम वर्क की कमी- चंदेल
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि डीएमएफ का दुरुपयोग हो रहा है. डीएमएफ का बंदरबांट चल रहा है. एक करोड़ के स्कूल में चार करोड़ का मरम्मत कार्य हो गया. उन्होंने कहा कि मंत्रिमंडल में टीम वर्क की कमी दिखाई देती है. एक मंत्री कलेक्टर पर आरोप लगाता है. तब यह संवैधानिक संकट की स्थिति है. एसपी कार्यालय के सामने विधायक एसपी के खिलाफ धरने पर बैठता है तो यह संवैधानिक संकट की स्थिति है. चंदेल ने आरोप लगाया कि वन विभाग में कैम्पा फंड का जमकर दुरुपयोग हो रहा है. सरकार के संरक्षण में माफिया वनों की अवैध कटाई हो रही है. जंगल कट रहे हैं तो जानवर शहर की ओर आ रहे हैं.
चंदेल ने कहा कि सरकार ने दनादन घोषणा कर दी कि 7000 रुपये दिए जाएंगे. इन घोषणाओं पर अमल कैसे होगा? एक किसान के बेटे से आज किसान दुखी है. आज सहकारी बैंक में किसान सुबह से जाकर बैठा रहता है रात हो जाती है, किसानों के साथ दुर्व्यवहार होता है. बिचौलियों का भुगतान पहले होता है. धान खरीदी का जितना टारगेट होता है, उतना ही उत्पादन होता है. ये मुख्यमंत्री को कैसे पता चलता है कि इतना ही धान होगा ?
खेत गायब होने पर कृषि मंत्री और नेता प्रतिपक्ष में बहस
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि राज्य में ये पहली बार हो रहा है जब गिरदावली में किसान का खेत गायब हो जाता है. इस पर कृषि मंत्री रवींद्र चौबे ने चुनौती देकर कहा कि एक किसान का भी उदाहरण दीजिए कि किसान का खेत गायब हो गया. तब इस पर नारायण चंदेल ने कहा कि एक नहीं ऐसे कई उदाहरण मैं दे दूंगा. ये घटना पहली बार है कि किसान का खेत गायब हो जा रहा है और किसान पूछता है कि खेत गायब होने की रिपोर्ट कहां करूं ?
पीएम आवास का मुद्दा उठा
प्रधानमंत्री आवास को लेकर बीजेपी का पूरे प्रदेश में आंदोलन चल रहा है. दुर्भाग्य है इस प्रदेश का कि छोटे छोटे राज्य प्रधानमंत्री आवास में हमसे आगे हो गए. जब तक राज्य का जल, जंगल और जमीन नहीं बचाएँगे, छत्तीसगढ़ आगे नहीं बढ़ सकता. तेलंगाना और ओडिशा जैसे राज्य जल जीवन मिशन को पूरा करने की स्थिति में है. छत्तीसगढ़ में क्यों नहीं हो पा रहा. यह आम लोगों की आवश्यकता से जुड़ा मुद्दा है.
कवर्धा का मामला गरमाया
नेचा प्रतिपक्ष ने सवाल किया कि कवर्धा में स्थिति खराब है. आदिवासी समाज धरने पर बैठा है. छत्तीसगढ़ में क्यों लॉ एंड ऑर्डर की ऐसी स्थिति बन रही है ? इस पर गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि गोंडवाना पार्टी और आदिवासी समाज दोनों अपना अपना झंडा लगाना चाहते थे. लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति बिगड़ने जैसा कुछ नहीं है. स्थिति को कंट्रोल करने में हमारे एसपी का हाथ फ्रैक्चर हो गया. कई पुलिसकर्मी घायल हुए हैं.
इस पर नारायण चंदेल ने कहा कि ऐसी घटनाओं को रोका जाना चाहिए. छत्तीसगढ़ की तासीर शांत है. लेकिन ऐसी घटनाओं की लपटे दूसरे जिलों में पहुंचने से रोका जाना चाहिए. चंदेल ने आगे कहा कि गौठान सरकार का फ्लैगशिप प्रोजेक्ट है, लेकिन इसकी दुर्दशा ऐसी है कि ना तो बिजली पानी है, ना गायों के लिये चारा. गौ माता की मौत हो रही है. छत्तीसगढ़ के अधिकांश गांवों की स्थिति ये है कि वहां विकास पहुंच ही नहीं पाया है.
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