धमतरी। एक पूर्व महिला सरपंच ने अपने ऊपर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों की साल भर बाद भी जांच न होने से परेशान होकर परिवार सहित इच्छा मृत्यु की मांग की है। महिला ने मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष के नाम से कलेक्ट्रेट जनदर्शन में आवेदन सौंपा है, जिसमें उसने 1 सप्ताह का अल्टीमेटम दिया है। सप्ताह भर के भीतर यदि जांच कर कार्रवाई नहीं की गई तो परिवार सहित आत्महत्या करने की उसने चेतावनी दी है।
दरअसल मगरलोड इलाके के गिरोद गांव में रहने वाली नर्मदा नगारची त्रि स्तरीय पंचायत चुनाव में सरपंच पद के लिए निर्दलीय चुनाव लड़ी थी। जिसमें नर्मदा नगारची भारी मतों से विजय हुई और गांव की सरपंच बनी । इस दौरान महिला ने गांव में कई विकास कार्यो को अमलीजामा भी पहनाया। इस बीच साल भर पहले महिला सरपंच के खिलाफ शौचालय निर्माण और अन्य निर्माण में अनिमियता का आरोप लगाया गया। पंचो ने महिला के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पारित कर दिया ।
दिलचस्प बात ये है कि जिस आरोप को आधार बनाया था उनकी अब तक कोई प्रशासनिक जांच नहीं हो पाई है । महिला का कहना है कि उन पर लगाये गए सभी आरोप गलत है। उसका कहना है कि उसने अधिकारियों से कई बार जांच की मांग की है लेकिन अभी तक जांच शुरु नहीं की गई। महिला ने पत्र में लिखा है कि उसने स्वच्छ भारत मिशन के तहत 18 शौचालयों का निर्माण कराया था, वह साहूकारों से ब्याज पर पैसे लेकर। जिसकी राशि भी उसे नहीं मिली है और साहूकार अपने पैसे की मांग को लेकर रोज उसके घर पहुंच जाते हैं।
अब उसके परिवार को आर्थिक तंगी के दौर से गुजरना पड़ रहा है। महिला की मांग है कि उस पर लगे आरोपो की जांच हो साथ ही शौचालय निर्माण की राशि उसे दिलाई जाए। नहीं तो वह परिवार के साथ आत्महत्या कर लेगी।