अक्सर आपने देखा होगा कि लोगों के घरों में छोटा सा धातु का कछुआ (turtle) जरुर रखा होता है. वास्तु शास्त्र के अनुसार धातु का ये छोटा सा कछुआ घर में सुख-समृद्धि लेकर आता है. लोग क्रिस्टल, तांबा या चांदी जैसी धातुओं से बना कछुआ अपने घरों में रखते हैं. ऐसा कहा जाता है कि जिस घर में ये कछुआ होता है वहां कभी भी रुपए पैसों की तंगी नहीं आती है.

वास्तु और फेंगशुई के सिद्धांतों को अपनाने से जीवन में सुख-समृद्धि आ सकती हैं और सभी इच्छाओं की पूर्ति की जा सकती है. वास्तु और फेंगशुई में कछुए को बहुत महत्व दिया जाता है. ऐसा माना जाता है कि अगर कछुए (Tortoise) को घर में रखते हैं तो सुख-समृद्धि में वृ़द्धि होती है. इस बात का ध्यान रखें कि कछुए का सिर हमेशा घर के अंदर की तरफ होना चाहिए. बाहर की ओर जाने वाली दिशा में उसे कभी न रखें. घर में कछुआ रखने से पहले सभी नियमों को अच्छी तरह से ध्यान रखना चाहिए.

अगर आप कछुएं को अपने घर या ऑफिस के एंट्रेंस पर रखते हैं तो यह शांति लेकर आता है. वही आप इसे मुख्य दरवाजे पर रखते हैं तो यह नकारात्मक ऊर्जा को घर में आने से रोकता हैं. ड्रैगन के मुंह वाले कछुए को घर के पूर्व दिशा में रखने से घर के सभी सदस्यों में आपसी प्रेम और विश्वास मजबूत होता है.

कछुए को घर में हमेशा उत्तर दिशा में रखें. कछुआ घर में बहुत सुख-समृद्धि लाता है. वहीं अगर आप अपने घर में जिंदा कछुआ रखते हैं तो यह और भी शुभ होता है. इसके होने से घर के मुखिया की दीर्घ आयु होती है. माना जाता है, कि यह घर में धन और समृद्धि लाता है.

फेंग शुई को मानने वाले अक्सर कुछ इस तरह के कछुए को रखते हैं, जिसमें शरीर तो कछुए का और सिर ड्रैगन का होता है. फेंग शुई के अनुसार इस तरह का कछुआ घर में बहुत सारा भाग्य लेकर आता है.

भगवान विष्णु का अवतार है कछुआ

बता दें कि कछुआ भगवान विष्णु का अवतार माना जाता है. समुद्र मंथन के समय भगवान विष्णु के इसी अवतार ने अपनी पीठ पर पर्वत को उठाया था. इसके बाद ही समुद्र मंथन संपन्न हो पाया था.