राजस्थान. राजस्थान कला, संस्कृति और यहां के पारंपरिक लोक गीत संगीत को बढ़ावा देने के लिए हमेशा आगे रहता है और कलाकारों के लिए कई तरह के आयोजन करता रहता है. इसी कड़ी में मौलिक ऑर्गेनाइजेशन ऑफ क्रियेटिव एन्ड परफोर्मिंग आर्ट सोसायटी और राजस्थानी विभाग सुविवि के संयुक्त तत्वाधान और राजस्थान साहित्य अकादमी, ऊर्दू अकादमी, उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र, पटियाला के सहयोग से भाषाई परम्पराओं और कला प्रोत्साहन के लिए बहुभाषीय साहित्य एवं कला महोत्सव “मेला” (मर्जिंग एलिमेन्ट्स ऑफ लेंग्वेज एंड लिटरेचर) के पहले संस्करण का आयोजन करने जा रहा है. चार दिवसीय यह आयोजन 23 मार्च 2023 से शुरू होकर 26 मार्च तक चलेगा.

‘प्रणवीर प्रताप’ नाटक के मंचन से कार्यक्रम का आगाज

मेला का उद्घाटन 23 मार्च की संध्या को भव्य तरीके से नाटक ‘प्रणवीर प्रताप’ के मंचन से होगा. इस नाटक में स्क्रीन और स्टेज का एक अनूठा प्रयोग होगा. नाटक में महाराणा प्रताप की भूमिका में स्टार प्लस ‘महाभारत’ फेम नवीन जीनगर औरअकबर की भूमिका में होंगे शहर के दिग्गज अभिनेता सतीश आशी नजर आएंगे. इस दौरान कला और साहित्य जगत की नामचीन हस्तियां शिरकत करेंगी. मेला महोत्सव में भाग लेने देशभर के विभिन्न हिस्सों से नामी हस्तियां उदयपुर आएंगी.

मेले में ये भी होगा खास

मेला के इस संगम में अलग अलग प्रकार के कला देखने को मिलेंगे और ये अपनी तरह के अन्य उत्सवों से अलग होगा. 25 मार्च का दिन उर्दू भाषा को समर्पित रहेगा. जिसमें महेंद्र मोदीहदीस अंसारी, अब्दुल जब्बार, अश्विनी मित्तल के साथ उर्दू भाषा और शायरी के बीते दौर और आगामी स्वरूप पर चर्चा करेंगे. इस दिन मेला के अर्थ को सार्थक करते हुए, एक अनूठे प्रयोग “गजल विथ केनवास” में चित्रकार, गजल की प्रस्तुतियों पर अपनी कल्पनाओं को कैनवास पर उतारेंगे. कार्यक्रम के समापन दिवस 26 मार्च को हिंदी भाषा के सत्रों का आयोजन होगा. इस दिन गुलाबो सिताबो फेम संगीतकार अनुज गर्ग और गीतकार दिनेश पंत हिस्सा लेंगे. नाटककार भानु भारती, राजस्थान साहित्य अकादमी अध्यक्ष दुलाराम सहारण साहित्य के मायनों पर चर्चा करेंगें.