मुकेश मेहता, बुदनी/संतोष राजपूत, शाजापुर। मध्य प्रदेश में आत्महत्या (Suicide) के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। शुक्रवार को तीन लोगों ने फांसी के फंदे पर झूलकर मौत को गले लगा लिया। तीनों मामलों में आत्महत्या करने वजह सामने नहीं आई है। स्थानीय पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर जांच शुरू कर दी है।
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युवती ने फांसी लगाकर दी जान
सीहरे के बुधनी में ट्राइडेंट फैक्ट्री के ‘हॉस्टल’ में रह कर जॉब करने वाली संतोषी नाम की युवती ने फांसी लगा कर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। संतोषी सातदेव थाना नसरुल्लगंज की रहने वाली थी। वह यहां अपनी बहन के साथ रहकर कंपनी में नौकरी करती थी। दोनों की शिफ्ट अलग-अलग थी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और पंचनामा बनाकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। वहीं फैक्ट्री प्रबंधक ने इस घटना को कवर करने के लिए मीडिया को अंदर नहीं जाने दिया। ना ही प्रबंधक कुछ बोलने को तैयार है।
शुजालपुर में दो लोगों ने दी जान
इधर, शाजापुर के शुजालपुर में वार्ड क्रमांक 9 निवासी एलम सिंह पिता मिश्रीलाल बागरी ने फांसी लगाकर जान दे दी। मृतक का कुछ वर्ष पूर्व ही हार्ट का ऑपरेशन हुआ था। परिजनों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेजा। बताया जा रहा है कुछ समय बाद एलम सिंह का एक और ऑपरेशन होना था।
दूसरी घटना ग्राम चितौडा में हुई है। यहां पूर्व सरपंच राजेंद्र कुशवाह ने खेत पर बने अपने मकान में फांसी लगा ली। करीब 4 माह पूर्व उनका एक्सीडेंट हुआ था, जिसके बाद वे स्वस्थ होकर अपने परिवार के साथ खेत पर बने मकान पर ही रह रहे थे। मृतक के दो बेटे भी है। पूर्व सरपंच ने फांसी लगाकर जान क्यों दी? पुलिस इस मामले की जांच कर रही है। फिलहाल शुजालपुर सिटी सिविल अस्पताल में मृतक का शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।
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