रमेश सिन्हा,पिथौरा. महिला स्वास्थ्य कर्मी और उसके पति सहित दो बच्चों की सनसनीखेज हत्या की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली थी. इस हत्या के विरोध में और अपराधियों को फांसी देने की मांग को लेकर स्वास्थ्य संयोजक कर्मचारी संघ पिथौरा शाखा ने नगर में रैली निकाली है. साथ ही विरोध में नारे लगाते हुए प्रदर्शन भी किया गया. संघ ने इस मांग को लेकर राज्यपाल के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपा है.

आपराधियों के हौसले हो रहे बुलंद

बता दें कि उपस्वास्थ्य केंद्र किशनपुर में पदस्थ महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता योगमाया साहू और उसके पति व दो बच्चे की हत्या कर दी गई थी. जिससे स्वास्थ्य विभाग से जुड़े हुए अधिकारी कर्मचारियों में भय का वातावरण बना हुआ है. उन्होंने कहा कि अधिकतम स्वास्थ्य केंद्र गांव से बाहर बने हुए है. सुरक्षा नहीं होने की वजह से लोग डरे सहमें हुए है. आए दिन असामाजिक तत्वों के द्वारा छेड़छाड़, तोड़फोड़, चोरी, डराने धमकाने सहित घातक हमला किया जाता रहा है. शराबी लोगों द्वारा धमकी देना, गाली-गलौच करना आम बात हो गई है. उन्होंने आरोप लगाया है कि ऐसे लोगों के विरूद्ध शिकायत करने पर भी कार्यवाही नहीं होती है. इससे अपराधिक तत्वों के हौसले बुलंद होते जा रहें है.

ये सुविधाएं देने की मांग

स्वास्थ्य संयोजक कर्मचारी संघ ने मांग की है कि ग्राम के बाहर जितने भी उपस्वास्थ्य केंद्र बने हुए है. उन्हें बंद कर ग्राम के अंदर में रिहायशी क्षेत्र में प्रयाप्त सुविधायुक्त भवन बनाया जाये. सभी उपस्वास्थ्य केंद्रों में 24 घंटे बिजली की व्यवस्था हो इस हेतु इन्वर्टर भी उपलब्ध कराया जाए. सीसीटीवी कैमरे से लैस किया जाए. साथ ही स्वास्थ्य केंद्रों में चतुर्थ श्रेणी व चौकीदार की ब्यवस्था कराई जाए. उन्होंने कार्यावधि को भी घटाने की मांग की है. अन्य कर्मचारियों की भांति उनका कार्य भी 6 घंटे का होना चाहिए. सुरक्षा के दृष्टिकोण से उपस्वास्थ केंद्र के खुले बरामदे में अपर ग्रिल लगाया जाए.

उन्होंने ये भी कहा कि अधिकांश उपस्वास्थ्य केंद्रों में अविवाहित महिला कर्मचारी कार्यरत है. जिनमें हमेशा ही असुरक्षा की भावना फैले रहती है. इसलिए अपने कार्यक्षेत्र में ही जहां निवास करना चाहें छूट मिलनी चाहिए. इस दौरान सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ सभी कर्मचारी मौजूद थे.