कई लोगों को सुबह उठते ही जी मचलने यानी उल्टी का एहसास होता है. जी म‍चलना वैसे तो एक आम समस्‍या है, लेक‍िन सुबह जी म‍चलने की समस्या सामान्‍य नहीं है. जी म‍चलने के दौरान ऐसा महसूस होता है जैसे उल्‍टी आने वाली हो. इस दौरान व्‍यक्‍त‍ि को असहज महसूस होता है और पेट में थोड़ी घुटन होती है. प्रेगनेंसी के दौरान हार्मोनल बदलावों के कारण जी मचलने का एहसास होता है. वहीं सामान्‍य लोगों में इसके कई कारण हो सकते हैं.

खाने-पीने की गलत आदतें, एल्‍कोहल का अध‍िक सेवन, लाइफस्‍टाइल से जुड़ी गलत आदतों के कारण सुबह उठकर मतली महसूस हो सकती है. आज हम आपको बताएंंगे सुब‍ह जी मचलने के अन्‍य कारण और कुछ आसान घरेलू उपाय ज‍िनकी मदद से आप इस समस्‍या से बच सकते हैं. Read More – कम ही लोगों को नसीब होता है इन फलों का स्वाद, मार्केट में नहीं गली-मोहल्लों में बिकते हैं ये Fruit …

जी मचलने के ये हो सकते हैं कारण

  1. सुबह उठने के बाद थकान के कारण उल्‍टी या मतली की समस्‍या होती है.
  2. ड‍िहाइड्रेशन के कारण सुबह मतली या उल्‍टी का एहसास होता है.
  3. पानी का सेवन नहीं करेंगे, तो थकान, चक्‍कर आना, उल्‍टी जैसे लक्षण नजर आ सकते हैं.
  4. माइग्रेन होने पर भी मतली या उल्‍टी आ सकती है.
  5. गैस्ट्रोपेरेसिस एक पाचन से जुड़ी समस्‍या है ज‍िसके कारण मतली या उल्‍टी हो सकती है.
  6. तनाव के कारण आपको मतली की समस्‍या हो सकती है.
  7. एस‍िड र‍िफ्लक्‍स के कारण उल्‍टी या मतली होती है.
  8. अगर लो बीपी की समस्‍या है, तो सुबह चक्‍कर आना या मतली की समस्‍या हो सकती है.

सुबह उठकर मतली होने पर ये करें

नमक-चीनी का पानी प‍िएं

सुबह उठकर उल्‍टी या मतली जैसी समस्‍या होती है, तो नमक और चीनी के म‍िश्रण से बने पानी का सेवन करें. अगर ड‍िहाइड्रेशन के कारण मतली महसूस हो रही है, तो नींबे पानी या नमक-चीनी म‍िश्रण का सेवन करने से वो दूर हो जाती है. आप गुनगुने पानी में नींबू का रस म‍िलाकर भी पी सकते हैं.

एसेंश‍ियल ऑयल्‍स का इस्‍तेमाल करें 

सुबह-सुबह जी म‍चलाहट महसूस हो रही है, तो एसेंश‍ियल ऑयल्‍स का इस्‍तेमाल कर सकते हैं. एसेंश‍ियल ऑयल्‍स की सुगंध लेने से जी म‍चलने की समस्‍या दूर होती है. प‍िपरम‍िंट ऑयल या लेमन ऑयल दोनों में ही एंटीएमेट‍िक गुण होते हैं. इन तेलों की सुगंध लेने के ल‍िए कुछ बूंदों को रूमाल पर डालकर अपने पास रख सकते हैं. Read More – 45वां जन्मदिन मना रही हैं Rani Mukherjee : पैदा होते ही एक दूसरे बच्चे से ‘एक्सचेंज’ हो गई थीं रानी, ढूंढने के लिए मां को करनी पड़ी थी मशक्कत …

जीरा का पानी प‍िएं

उल्‍टी, मतली, पेट में दर्द की समस्‍या दूर करने के ल‍िए जीरा का इस्‍तेमाल कर सकते हैं. पानी में थोड़ा जीरा पाउडर डालें और पानी को उबलने दें. इस म‍िश्रण का सेवन करने से जी म‍चलाहट ठीक हो जाती है. गैस की समस्‍या होने पर भी सुबह इस म‍िश्रण का सेवन कर सकते हैं.

दालचीनी का इस्‍तेमाल करें 

दालचीनी के पानी का सेवन करने से कब्‍ज, जी म‍चलाना, उल्‍टी की समस्‍या से छुटकारा म‍िलता है. सुबह-सुबह जी म‍चलाहट हो रही है, तो दालचीनी का पानी प‍िएं. दालचीनी में शहद म‍िलाएं और उसे गरम पानी में डालकर उबालें. फ‍िर धीरे-धीरे चाय की तरह दालचीनी के पानी का सेवन करें.

लौंग का इस्‍तेमाल करें 

जी म‍चलने की समस्‍या में लौंग का इस्‍तेमाल करना भी फायदेमंद हो सकता है. लौंग में एंटीबैक्‍टीर‍ियल और एंटीइंफ्लेमेटरी गुण होते हैं. सुबह उल्‍टी-मतली की समस्‍या या मोशन स‍िकनेस की समस्‍या हो रही हो, तो एक लौंग को मुंह में रखकर उसका रस अंदर जाने दें. लौंग को चबाएं नहीं केवल मुंह में रखें. लौंग का रस पेट में जाने से धीरे-धीरे जी म‍िचलाहट ठीक हो जाएगी.