जशपुर. जिले में एक बार फिर से अनुकंपा नियुक्ति में गड़बड़ी का मामला सामने आया है. जिला शिक्षा अधिकारी ने अवैधानिक रूप से नियम कानून को अपने स्तर पर समाप्त करते हुए फिर से एक अपात्र को अनुकंपा नियुक्ति प्रदान की है. जानकारी के अनुसार, जिला शिक्षा अधिकारी ने दिवंगत देवचरण नायक के परिवार में एक पुत्र शासकीय सेवक है, उसके बाद भी दूसरे पुत्र दुर्गेश राम को ग्रेड 3 पर अनुकंपा नियुक्ति प्रदान कर दी है.

बेरोजगारों के हक को अनदेखा कर के अपात्र लोगों को लगातार शासकीय नौकरी प्रदान करने के इस मामले को भाजपा विधायक बृजमोहन अग्रवाल और धरमलाल कौशिक ने विधानसभा में उठाया. उसके बाद शिक्षा विभाग के अधिकारियों में खलबली मच गई है.

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बता दें कि बीते सप्ताह जशपुर के इसी जिला शिक्षा अधिकारी ने अनुकंपा नियुक्ति में एक अन्य अपात्र पर विशेष अनुकंपा करने का मामला पर विधानसभा में ध्यानाकर्षण सवाल उठाया गया था. जिसमें शिक्षा विभाग ने जिला शिक्षा अधिकारी जेके प्रसाद के विरुद्ध विशेष जांच समिति गठित कर मामले की जांच शुरू कर दी है. इस मामले की जांच रिपोर्ट आने से पहले नियमों के विपरीत अनुकंपा नियुक्ति का एक और मामला सामने आ गया है. जहां शिक्षा विभाग में अपात्र लोगों को नियुक्ति के अलावा स्वामी आत्मानंद स्कूलों के आबंटन में बड़े पैमाने पर हेराफेरी करने के भी प्रकरणों का खुलासा हुआ है.

पूर्व मंत्री गणेश राम भगत ने आज कहा कि जशपुर शिक्षा विभाग में जिस जिला शिक्षा अधिकारी के विरुद्ध अवैधानिक रूप से नियम कानून को अपने स्तर पर समाप्त करते हुऐ अपात्र लोगों को अनुकंपा नियुक्ति प्रदान करने के मामला सामने आ रहे हैं. उन्हें अभी तक पद से हटाया नहीं जा रहा है. उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग में आर्थिक आनियमितता और अन्य गड़बड़ी के बड़े आरोपों में शामिल इस अधिकारी को तत्काल हटा कर निष्पक्ष जांच करने की जरूरत है. ऐसा नहीं होने पर बेरोजगारों को साथ लेकर शिक्षा विभाग के कार्यालय में बैठकर धरना प्रदर्शन किया जाऐगा.

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