नई दिल्ली. मोदी सरनेम पर टिप्पणी करने के मामले में सूरत सेशन कोर्ट के फैसले को लेकर कांग्रेस ने राष्ट्रपति से मिलने के लिए समय मांगा है. कांग्रेस शुक्रवार विजय चौक तक पैदल मार्च निकालेगी. प्रतिनिधि मंडल में विपक्षी नेताओं के शामिल होने की बात भी कही जा रही है.

खड़गे के आवास पर आयोजित कांग्रेस सांसदों और संचालन समिति के सदस्यों की बैठक में निर्णय लिए गए. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने कहा, “यह सिर्फ कानूनी मुद्दा नहीं है, बल्कि राजनीतिक भी है, क्योंकि सत्तारूढ़ दल विपक्षी नेताओं को डराना चाहता है.” राहुल गांधी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उपनाम के बारे में उनकी टिप्पणी पर 2019 के आपराधिक मानहानि मामले में दोषी पाया गया और दो साल की जेल की सजा सुनाई गई. हालांकि, कांग्रेस नेता को जमानत दे दी गई थी और सूरत की अदालत के फैसले के खिलाफ अपील करने की अनुमति देने के लिए उनकी सजा को 30 दिनों के लिए निलंबित कर दिया गया था.

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे शाम 5 बजे हाईलेवल मीटिंग करेंगे. इसमें सभी राज्यों के अध्यक्ष और बड़े नेता मौजूद रहेंगे. इसके अलावा 14 विपक्षी दल शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट पहुंचे. इन दलों का आरोप है कि केंद्र सरकार CBI-ED जैसी केंद्रीय जांच एजेंसियों का इस्तेमाल कर विपक्ष के नेताओं काे टारगेट कर रही है.

क्या है मामला?

राहुल गांधी के खिलाफ भाजपा विधायक और गुजरात के पूर्व मंत्री पूर्णेश मोदी ने 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले कर्नाटक में प्रचार के दौरान ‘सभी चोरों का एक ही उपनाम मोदी कैसे हो सकता है’ कहने के लिए मामला दायर किया था. कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा, “यह सरकार स्पष्ट रूप से संसद के अंदर विपक्षी आवाजों को कुचलने के लिए एक रणनीति पर भरोसा कर रही है और दूसरी रणनीति इसके बाहर है. इसलिए यदि आप संसद के बाहर कुछ कहते हैं, तो वे सदन को चलने नहीं देंगे.”