जयपुर. अर्थ ऑवर के उपलक्ष्य पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सिविल लाइन्स स्थित राजकीय निवास पर शनिवार रात को बिजली बंद रखी गई. ऊर्जा के साधनों का विवेकपूर्ण उपयोग करने और पर्यावरण संरक्षण का संदेश देने के लिए रात 8.30 से एक घंटे के लिए बिजली बंद रखी गई. इस दौरान मुख्यमंत्री निवास स्थित विभिन्न कार्यालयों में भी लाइट एवं उपकरण बंद रहे और कार्मिकों ने मोमबत्ती की रोशनी में कार्य किया. वहीं एक तस्वीर भी सामने आई है. जिसमें खुद मुख्यमंत्री अपनी पत्नी के साथ मोमबत्ती में डिनर करते नजर आ रहे है.

क्या होता है अर्थ आवर

वर्ल्ड वाइड फंड फॉर नेचर संस्था की तरफ से हर साल दुनिया में अर्थ आवर का आयोजन किया जाता है. इसके तहत दुनियाभर के करोड़ों लोग एक घंटे के लिए बिजली की खपत को बंद कर देते हैं जिसकी वजह से इसे अर्थ आवर कहा जाता है. इस साल अर्थ आवर आज यानी 25 मार्च, 2023 को रात 8:30 बजे से शुरू होगा. अगर आप भी इस आयोजन में शामिल होना चाहते हैं, तो रात 8.30 से 9.30 बजे के बीच घरों और कार्यस्थलों के बिजली उपकरणों को बंद रख सकते हैं. ऑस्ट्रेलिया के सिडनी शहर में 31 मार्च 2007 को पहली बार अर्थ आवर डे का आयोजन किया गया था. इसके बाद यह आयोजन धीरे-धीरे पूरी दुनिया में होने लगा.

172 देश मिलकर मनाते हैं आवर डे

अर्थ आवर को पहली बार 31 मार्च, 2007 को सिडनी, ऑस्ट्रेलिया में मनाया गया था. धीरे-धीरे इस अभियान में अन्‍य देशों का भी सहयोग मिल गया और ये दुनिया का बहुत बड़ा अभियान बन गया. हर वर्ष मार्च महीने के हर अंतिम शनिवार को पूरे विश्व में एक घंटे के लिए अर्थ आवर (Earth Hour) मनाया जाता है और बिजली के सारे बल्बों को बंद कर दिया जाता है. आज इसे भारत समेत 172 देशों का समर्थन मिल रहा है.

क्या है अर्थ आवर मनाने की वजह

अर्थ आवर डे मनाने के पीछे मुख्य वजह ऊर्जा की खपत को बचाना और प्रकृति की सुरक्षा के लिए जलवायु परिवर्तन और सतत विकास पर ध्यान को केंद्रित करना है. इसके साथ ही प्रकृति के नुकसान को रोकना और मानव जाति के भविष्य को बेहतर बनाना है. इसके आयोजन के माध्यम से दुनियाभर के लोगों को हर दिन प्रकृति को होने वाले नुकसान के प्रति जागरुक किया जाता है. इसके अलावा प्रकृति के नुकसान को रोकने के लिए प्रेरित किया जाता है.

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