नई दिल्ली. 28 मार्च को होगी एमसीडी की विशेष बजट सभा बुलाई गई है. इसमें निगमायुक्त द्वारा प्रस्तुत वर्ष 2022-2023 के संशोधित बजट अनुमानों और वर्ष 2023-2024 के बजट अनुमानों को पारित किया जाना है.
एक बार फिर दिल्ली के नए मेयर का चुनाव कराने को लेकर सरगर्मी तेज हो गई है. दिल्ली सरकार ने निगम को सदन की बजट बैठक बुलाने की अनुमति दे दी है. इसके बाद निगम ने भी 28 मार्च को बजट बैठक बुलाने का नोटिस जारी कर दिया है. इसमें नेता सदन से नेता प्रतिपक्ष बजट पर चर्चा करेंगे . इनमें से कई लोग AAP की ओर से मेयर चुनाव लड़ने के लिए जोड़तोड़ में जुटे हैं. दूसरी तरफ कहा ये भी जा रहा है कि पार्टी मौजूदा मेयर शैली ओबरॉय को ही एक बार फिर मेयर पद पर चुनाव लड़ने का मौका दे सकती है.
यही वजह है कि निगम ने दिल्ली सरकार से इस संबंध में मंजूरी लेकर सदन की बैठक अब 28 मार्च को बुलाई है. इसमें केवल बजट पर चर्चा होनी है. निगम ने बैठक का एजेंडा भी जारी कर दिया है. इसमें पहली बैठक की मिनट्स आफ मीटिंग को मंजूर करना और बजट 2022-23 संशोधित अनुमान और 2023-24 के बजट अनुमान को पारित करना है. चूंकि निगम चुनाव चार दिसंबर 2022 को हुए थे और नतीजे सात दिसंबर को आए थे. नियमानुसार बजट की प्रक्रिया 10 से पहले शुरू करनी पड़ती है.
एमसीडी को कुल 21,000 करोड़ रुपये आवंटित करने का प्रस्ताव दिया गया है. इस रकम से विकास कार्यों और योजनाओं का संचालन किया जाएगा.
सबसे ज्यादा बजट शिक्षा पर खर्च होगा
यमुना और कूड़े के पहाड़ और स्वच्छता पर मोटा बजट खर्च होगा
डबल डेकर फ्लाईओवर पर खर्च होगा
ड्यूल आफ पोस्ट (विभागों में पदों का सृजन या खत्म) करने की घोषणा की जा सकती है. सदन के पास यही अधिकार बचा है. दिल्ली नगर निगम की सदन की पहली बैठक ही पूरी नहीं हुई थी. स्थायी समिति के छह सदस्यों के चुनाव का मामला दिल्ली हाई कोर्ट में चल रहा है. अब 24 अप्रैल को सुनवाई होनी है. ऐसे में नए सिरे से बैठक बुलाने को लेकर निगम आशंकित था.