स्वस्थ रहने के लिए आपके भोजन में पोषक तत्वों का होना जरूरी है. हांलाकि आज के समय में लोग सेहत पर ध्यान ना देते हुए फास्ट फूड, चाइनीज और प्रोसेस्ड फूड के दीवाने हैं. ये आहार आपकी जीभ को तो स्वाद देते हैं, मगर सेहत को नुकसान पहुंचाते हैं. आपको यह जानकर आश्चर्य हो सकता है कि अनजाने में आप अपने दैनिक भोजन में जहर ले रहे हैं. जी हां, कुछ ऐसी सफेद चीजें हैं जिन्हें आप अपने दैनिक आहार में शामिल करते हैं और यह सेहत को नुकसान पहुंचाती हैं. आज यहां हम आपको कुछ ऐसे ही सफेद आहार के बारे में बताने जा रहे हैं जो जहर का काम करते हुए आपकी उम्र घटा रहे हैं.

मैदा

जब गेहूं के आटे को रिफाइंड किया जाता है तो इस प्रोसेस के दौरान गेहूं से फाइबर, गुड फैट, विटामिन और मिनरल अलग हो जाते हैं. इसलिए मैदा से बनी चीजें जैसे ब्रेड, केक, बिस्कुट खाने से ट्राईग्लिसराइड बढ़ सकता है और अच्छे एचडीएल में कमी हो सकती है. साथ ही इसमें से फाइबर खत्म कर दिया जाता है और इसमें किसी प्रकार का कोई भी डाइटरी फाइबर नहीं रह जाता है. जिसके कारण इसको डाइजेस्ट होने में काफी समय लगता है. सही से डाइजेशन ना होने के कारण इसका कुछ हिस्सा आंतों में ही चिपक जाता है. जो कई तरह की बीमारियों का कारण बन जाता है. ज्यादा खाने से अक्सर कब्ज की समस्या हो जाती है, बॉडी का इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है और बार-बार बीमार होने की संभावना बढ़ने लगती है. Read More – गर्मी में स्किन को ठंडक देकर फ्रेश रखता है पुदीना, ये 6 फैसपैक आपकी स्किन को रखेंगे हाइड्रेट और Pimple Free …

शक्कर

खाने की चीजों में शक्कर सबसे ज्यादा नुकसानदायक है. रिफाइंड शुगर यानी चीनी को एम्प्टिी कैलारी भी कहते हैं. प्रोसेस्ड और रिफाइंड चीनी में कोई खास क्वालिटी नहीं होती. बल्कि नली में पहुंचते ही यह ग्लूकोज और फ्रुक्टोज में ब्रेक हो जाती है. जो लोग मेहनत नहीं करते, उनके शरीर में यह फैट के रूप में जमा हो जाती है, जिससे डायबिटीज का खतरा बढ़ता है. इतना ही नहीं लिवर की समस्या, इंसुलिन प्रतिरोध के अलावा डेंटल प्रॉब्लम और कैंसर जैसी स्वास्थ्य समस्या के लिए भी यह जिम्मेदार है.

मेयोनीज

चाहे बच्चे हों या बड़े, मेयोनीज एक ऐसी चीज है, जिसे सभी पसंद करते हैं. बर्गर, पिज्जा या मोमोज के साथ मेयोनीज न हो तो स्वाद फीका लगता है. मेयोनीज खाने से सेहत को कई तरह के नुकसान हो सकते हैं. इससे आप कई गंभीर बीमारियों का शिकार भी बन सकते हैं. अगर आप पहले से ही डायबिटीज का शिकार हैं, तो फिर आपको ये सफेद जहर खाने से बचना चाहिए. मेयोनीज के ज्यादा सेवन से हार्ट अटैक और स्ट्रोक जैसी बीमारियों का खतरा भी होता है.

चावल

ज्यादातर भारतीय घरों में चावल बनाए जाते हैं, और चावल के बिना तो खाना पूरा ही नहीं होता. कुछ लोगों को तो चावल खाने का इतना ज्यादा शौक होता है कि वो इसके बिना खाने की कल्पना तक नहीं कर सकते. अब समस्या यह है कि जिन ज्यादातर घरों में चावल परोसा जाता है, वह सफेद होता है. इसकी रिफाइनिंग प्रोसेस में भूसी और रोणाणु को हटा दिया जाता है, जिसके चलते इसमें मौजूद पोषक तत्व कम हो जाते हैं. Read More – Summer Special Recipe : गर्मी में खाएं ठंडा-ठंडा ककड़ी का रायता, Body की Dehydration से रखता है दूर …

परिष्कृत नमक

सामान्य टेबल नमक में आयोडीन होता है. एक स्वस्थ शरीर के लिए यह आवश्यक है. लेकिन नमक की परिष्करण नमक से आयोडीन को हटा देती है. परिष्करण की प्रक्रिया के दौरान फ्लोराइड जोड़ा जाता है. अधिक मात्रा में खपत होने पर फ्लोराइड खराब होते हैं.

आलू

आलू खाने में तो स्वादिष्ट होते ही हैं, इनमें कई औषधीय गुण भी होते हैं. आलू पौष्टिक तत्वों से भरा होता है. आलू में सबसे अधिक मात्रा में स्टॉर्च पाया जाता है. आलू में पोटेशियम और विटामिन A और C भी पर्याप्त मात्रा में होता है. लेकिन क्या आप जानती हैं कि सफेद आलू में स्टार्च और कार्बोहाइड्रेट की मात्रा अधिक होती है. जाहिर है आलू को आप बटर या क्रीम के साथ या फिर डीप फ्राई करके खाती हैं, जिससे आपको कई स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा होता है. डीप फ्राई आलू से टाइप 2 डायबिटीज और कैंसर का खतरा होता है.

पाश्चराइज्ड गाय दूध

इस दूध के बारे में एकमात्र अच्छी बात यह है कि इसमें लंबा जीवन है. पाश्चराइजेशन की प्रक्रिया लंबे समय तक दूध को अच्छी तरह से रखती है, लेकिन इसके पौष्टिक मूल्य को नुकसान पहुंचाती है. यह दूध से एंजाइम, विटामिन A, B 12 और C हटा देता है. प्रक्रिया दूध में हार्मोन और एंटीबायोटिक्स भी स्थानांतरित करती है. इस प्रक्रिया में लैक्टोबैसिलस एसिडोफिलस जैसे आवश्यक और अच्छे बैक्टीरिया को भी नष्ट कर देती है. इसके अलावा लगभग 20% आयोडीन दूध से हटा दिया जाता है. इस प्रकार इसे लेने के बाद, आप कब्ज विकसित करने की अधिक संभावना रखते हैं.