भोपाल। मध्यप्रदेश में शिवराज सरकार (Shivraj Sarkar) ने 1 अप्रैल से नई शराब नीति (new liquor policy) लागू कर दी है। जिसके तहत प्रदेश में ढाई हजार से ज्यादा अहाते बंद कर दिए गए है। इसके बाद यदि कोई व्यक्ति सड़क या सार्वजनिक स्थान पर मदिरापान करेगा तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश भी सीएम शिवराज ने दिए है। लेकिन नई शराब नीति लागू होने के बाद से प्रदेश के अलग-अलग जिलों से नई शराब दुकानों के खुलने और पुरानी शराब दुकानों के हटाने को लेकर लोग अपना विरोध जता रहे है। इनमे ज्यादातर महिलाएं शामिल है। दरअसल कुछ जगह पहले से संचालित हो रही शराब दुकानों को वहां से हटाने की मांग की जा रही है। तो वहीं कुछ जगह नई शराब दुकान खुलने का विरोध जताया जा रहा है। प्रदेश में ऐसे एक दो नहीं, बल्कि कई जिले है जहां नई शराब नीति लागू होने के बाद से बवाल मचा हुआ है। 

MP में 1 अप्रैल से नई शराब नीति लागूः उज्जैन में नई वाइन शॉप खुलने से पहले विरोध, महिलाओं ने की तोड़फोड़, सागर में भी हुआ विरोध

भोपाल में शराब दुकानों को लेकर दर्जनभर से ज्यादा इलाकों में विरोध प्रदर्शन 

राजधानी भोपाल में शराब दुकानों को लेकर दर्जनभर से ज्यादा इलाकों में विरोध प्रदर्शन का दौर जारी है। शराब की नई दुकान खोलने को लेकर शहर के कई इलाकों में अनूठे तरीके से विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। शाहजनाबाद पुरानी अदालत के पीछे पुलिस लाइन वाली नई शराब की दुकान, पटेल नगर कॉलोनी में लगातार चौथे दिन रहवासियों द्वारा शराब दुकान खोले जाने के विरोध में धरना प्रदर्शन किया गया। जिसका क्राइस्ट स्कूल की सभी शिक्षिकाओं ने समर्थन किया है। सभी एक स्वर से शराब दुकान खुलने का विरोध कर रहे है।

जबलपुर में शराब दुकान के विरोध में लोगों ने एकजुट होकर दुकान बंद करने की मांग की  

जबलपुर। प्रदेश के कई इलाकों में नई शराब दुकान खुलने या पुरानी शराब दुकानों का विरोध शुरू होता जा रहा है। जबलपुर में भी आज इसी कड़ी में गोरखपुर थाना क्षेत्र इलाके में एक शराब दुकान का विरोध किया गया। शराब दुकान के विरोध में जमा हुए लोगों ने एकजुट होकर शराब दुकान बंद करने की मांग की। जिसके बाद मौके पर पहुंचे पुलिस बल ने उन्हें समझाइश दी।  सीएसपी प्रतिष्ठा राठौर ने किसी तरह लोगों को समझाकर मामला शांत करवाया। सीएसपी प्रतिष्ठा राठौर ने लोगों से कहा कि जो भी शिकायत है उसे लिखित ज्ञापन के रूप में कलेक्टर तक पहुंचाया जाए उसके बाद ही कोई कानून संगत निर्णय लिया जाएगा।

सिंगरौली में स्कूल एवं मंदिर के बीच संचालित हो रही है शराब दुकान का विरोध  

सिंगरौली। मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले में भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला। जहां बनौली इलाके के सेक्टर नंबर 4 में एक विद्यालय एवं मंदिर होने के बावजूद भी शराब की कम्पोजिट दुकान संचालित हो रही है। विद्यालय में पढ़ाई करने आने जाने वाले विद्यार्थियों पर इसका बुरा प्रभाव पड़ रहा है। यहां शराबियों का जमावड़ा लगा रहता है। साथ ही शराबियों द्वारा भद्दा भद्दा कमेंट भी किया जाता है। महज इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि पढ़ने लिखने वाले बच्चे एवं बच्चियों पर इसका क्या प्रभाव पड़ेगा। इसे लेकर महिलाओं ने एकत्रित होकर जिला कलेक्टर की जनसुनवाई में पहुंचकर वहां से दुकान हटाने की मांग की है। हालांकि इस पूरी घटना में सिंगरौली कलेक्टर अरुण कुमार सिंह परमार ने बताया कि आवेदन मिला है आवेदन की जांच करवाएंगे अगर सही पाया जाता है तो वहां से शराब दुकान हटाई जाएगी। लापरवाह संबंधित व्यक्ति पर जांच कर कार्रवाई की जाएगी।   

बालाघाट में शराब दुकान हटाने की मांग को लेकर महिलाओं ने खोला मोर्चा 

बालाघाट। इधर प्रदेश के बालाघाट जिले में आज अलग-अलग 2 शराब दुकानों को हटाने की मांग को लेकर महिलाओं ने मोर्चा खोल दिया। बालाघाट नगर में वार्ड नंबर 2 मे संचालित देशी/अंग्रेजी शराब दूकान को अन्यत्र हटाने की मांग को लेकर यहां की महिलाओ ने धरना शुरू कर दिया और जिस प्लाट से आवागमन हो रहा था उस प्लाट को फेसिंग से बाड़ेबंदी कर दिया हैं। प्रशासन की ओर से ध्वनि विस्तारक यंत्र की अनुमति नहीं मिलने के चलते उनका सुंदरकांड का पाठ प्रारंभ नहीं हुआ हैं। जो कि 6 अप्रैल को हनुमान जयंती के दिन से यहां पर प्रतिदिन सुंदरकांड का पाठ करने का निर्णय किया गया हैं। महिलाओं को वार्ड के पार्षद योगराज लिल्हारे सहित कांग्रेस के आधा दर्जन पार्षदों का भी समर्थन मिला हैं।

वार्ड नम्बर 2 की दुकान के तरह ही ग्राम गोंगलई में संचालित हो रही शराब दुकान को भी हटाने की मांग को लेकर यहां की महिला सरपंच के नेतृत्व में ग्रामीणों ने जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा हैं। यह दुकान कृषि उपज मंडी के निकट हैं। यही पर मां अन्नपूर्णा मंदिर और निकट में बालक-बालिकाओं के छात्रावास का संचालन हो रहा हैं। जिनकी दूरी 100 मीटर भी नहीं हैं। इस दुकान को संबंधित स्थान से हटाने की मांग की गई हैं।

अनूपपुर में रिहायशी इलाके में मंदिर के बगल में शराब दुकान का विरोध

अनूपपुर। मध्य प्रदेश में एक अप्रैल से शराब के अहाते  बंद हो गए है। इसके बाद यदि कोई व्यक्ति सड़क या सार्वजनिक स्थान पर मदिरापान  करेगा तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई किये जाने की सीएम ने ऐलान किया था बावजूद इसके अनूपपुर जिले के स्टेशन रोड मढ़िया के पास शिव मंदिर के समीप शराब दुकान खुलने से नाराज पार्षद सहित स्थानीय लोगों ने विरोध करते हुए, कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा और दुकान स्थानांतरित करने की मांग की है।  

‘विधायक ही शराब ठेकेदार’ 
मुरैना जिले के सांकरा गांव की महिला गांव के शराब ठेकेदार की शिकायत लेकर जौरा के भाजपा विधायक सूबेदार सिकरवार के पास पहुंची थी। विधायक ने कहा कि शराब बंद नहीं होगी ठेकेदार तो हम ही हैं। जब महिलाओं से विधायक ने कहा कि ठेकेदार मैं ही हूं, तो महिलाओं ने कहा यह कौन सी बात है। आप ठेकेदार हैं तो घर में बैठाकर शराब पिलाएं। मार भी हम खाएं फिर हम अपनी पीड़ा लेकर कहां जाएंगे। महिलाओं की बात सुनकर भाजपा विधायक सूबेदार पहले तो सोच में पड़ गए। विधायक से महिलाओं ने जमकर सवाल जवाब किए। सवाल जवाब का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में भाजपा विधायक सूबेदार सिंह सिकरवार ने कहा शराब बंद नहीं होगी ठेकेदार तो मैं ही हूं।

शहडोल। जिले में शराब दुकानों के नए ठेके होने के बाद विभिन्ना स्थानों पर खुल रही शराब दुकानों का कई स्थानों पर विरोध शुरू हो गया है। शहर से लेकर गांवों तक लोग मुख्य मार्ग, शिक्षण संस्था और आबादी क्षेत्र में खुलने वाली दुकानों का विरोध जता रहे है। ऐसा ही शहड़ोल जिले के अंतिम छोर ब्यौहारी नगर परिषद के वार्ड नं 9 घनी बस्ती के बीच मंदिर व शैक्षणिक संस्थान के समीप शराब दुकान खोल जाने का ग्रामीण विरोध कर जिला प्रशासन सहित क्षेत्रीय विधायक से शराब दुकान बंद करने की मांग कर रहे है। साथ ही 7 दिन का अल्टीमेटम दिया है यह कहते हुए कि यदि शराब दुकान नही हटाई गई तो वे उग्र आंदोलन करेंगे।

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