क्या आप भी घर खरीदने जा रहे हैं या जमीन खरीदने का प्लान कर रहे हैं तो यह खबर आपके लिए है. कहीं ऐसा न हो कि सौदा करने के बाद आपको पछताना पड़े. कहीं गलत फैसला आपके लिए बड़ी समस्या न बन जाए. संपत्ति में ऐसी कोई भी अचल संपत्ति शामिल हो सकती है, जिसमें खाली जमीन, घर, फ्लैट या खेत शामिल हैं.

प्रॉपर्टी खरीदने से पहले आपको 3 बातों पर ध्यान देना चाहिए. पहला, क्या उस संपत्ति पर कोई स्थायी कब्जा है. दूसरा, क्या उसका प्रवेश अस्वीकार कर दिया गया है. तीसरा यह कि जमीन किसके नाम है और चौथा यह कैसे पता लगाया जाए कि जमीन के दस्तावेज फर्जी हैं या नहीं. इन चारों बिन्दुओं पर हम आगे कुछ विस्तार से विचार करेंगे.

स्थायी कब्जा

आप जो संपत्ति खरीद रहे हैं वह पंजीकृत होनी चाहिए और यह उसी व्यक्ति के स्थायी कब्जे में होनी चाहिए जिससे आप इसे खरीद रहे हैं. अगर ऐसा नहीं होता है तो आपके लिए उस जगह से दूर रहने में ही भलाई है.

दाखिल खारिज

इसे संपत्ति का म्यूटेशन भी कहा जाता है. संपत्ति की रजिस्ट्री के साथ-साथ उसकी फाइलिंग-खारिज करना भी उतना ही जरूरी है. फाइलिंग को खारिज करते हुए, यह तय किया जाता है कि इस संपत्ति पर ऐसा कोई विवाद नहीं है जो आपके पक्ष में आएगा. कभी-कभी केवल रजिस्ट्री की जाती है और फाइलिंग को खारिज नहीं किया जाता है. मान लीजिए ऐसी संपत्ति आपके पास आने से पहले 3 और लोगों के पास थी. अगर इनमें से एक ने भी आपके खिलाफ कोर्ट में दावा दायर किया है और आपके पास अस्वीकृत दस्तावेज नहीं हैं, तो आपके लिए परेशानी खड़ी हो जाएगी.

जिसकी जमीन उसी से खरीदें

जमीन हमेशा उसी से खरीदें जिसके नाम पर हो। जमीन पिता के नाम पर है लेकिन बेटा आपके नाम से कर रहा है इसलिए ऐसी जगह से दूर रहें. यह एक बहुत ही पेचीदा संपत्ति हो सकती है. यहां तक ​​कि अगर वह व्यक्ति जो आपको संपत्ति बेच रहा है, उसके पास पावर ऑफ अटॉर्नी नहीं है, तो आपको इसे खरीदने से पहले जगह की अच्छी तरह से जांच कर लेनी चाहिए. क्या वह मुख्तारनामा अब वैध है या निरस्त कर दिया गया है.

इसे भी पढ़ें –