अप्रैल माह सब्जी की खेती करने वाले किसानों के लिए बेहद महत्वपूर्ण होता है. अप्रैल माह के मौसम को कई मुख्य सब्जी लगाने के लिए यह समय उपयुक्त माना जाता है. बाजार में अच्छे दाम मिल सकें, इसलिए अप्रैल में कई सब्जियों की बुवाई की जाती है. इस समय का मौसम बुवाई के लिए अनुकूल माना जाता है. यदि किसान अपै्रल माह में बोई जाने वाली खेती करें तो अच्छा उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं. अप्रैल माह में किन फसलों के लिए मौसम अनुकूल रहता है और इस माह कौनसी फसलों की बुवाई करें?

खीरा की खेती

खीरा की खेती करके भी किसान अच्छा पैसा कमा सकते हैं. खीरे की उन्नत किस्मों में स्वर्ण अगती, स्वर्ण पूर्णिमा, पूसा उदय, स्वर्ण पूर्णा, स्वर्ण शीतल आदि हैं. इसकी विदेशी किस्में भी है, जिसमें जापानी लौंग ग्रीन, चयन स्ट्रेट-8 और पोइनसेट आदि भी अच्छी मानी जाती हैं. Read More – Hanuman Janmotsav 2023 : सोलह कलाओं से परिपूर्ण चंद्र की उपस्थिति में करें हनुमान जन्मोत्सव की पूजा, बरतें ये सावधानियां …

पालक की खेती

पालक को खेती किसी भी तरह से किसानों के लिए नुकसान का सौंदा नहीं है. सर्दी हो या गर्मी इसकी मांग बाजार में बनी रहती है. जोबनेर ग्रीन, पूसा पालक, पूसा ज्योति, पूसा हरित, लांग स्टैंडिग, पंत कंपोजिटी 1, हिसार सलेक्टशन 26 आदि उन्नत किस्में हैं. इन किस्म के पौधे लंबे होते हैं और इसके पत्ते कोमल और खाने में स्वादिष्ट होते हैं.

भिंडी की खेती

गर्मियों के लिए भिंडी की खेती करके भी किसान अच्छी कमाई कर सकते हैं. भिंडी की मांग भी बाजार में अच्छी खासी है. ऐसे में भिंडी की खेती भी किसानों के लिए लाभ का सौंदा है. आजकल तो भिंडी की लाल प्रजाति की खेती भी होने लगी है. किसान भिंडी की अर्का अभय, हिसार उन्नत, परभानी क्रांति, पंजाब-7, अर्का अनामिका, वी.आर.ओ.-6, पूसा ए-4 आदि किस्मों की बुवाई करके अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं. भिंडी की फसल करीब 120 दिन में पककर तैयार हो जाती है. Read More : Janhvi Kapoor In Tirupati Balaji : तिरुपति बालाजी मंदिर पहुंची जान्हवी कपूर, छोटी बहन के साथ झुकाया सिर, हाथ जोड़कर की प्रार्थना …

लौकी की खेती

किसान लौकी की खेती करके अच्छा पैसा कमा रहे हैं. लौकी की खेती के लिए आप इसकी उन्नत किस्में जैसे- अर्का नूतन, अर्का श्रेयस, पूसा संतुष्टि, पूसा संदेश, अर्का गंगा, अर्का बहार, पूसा नवीन, पूसा हाइब्रिड 3, काशी बहार, काशी कीर्ति, काशी गंगा आदि प्रमुख किस्में हैं. इसके अलावा इसकी हाइब्रिड किस्मों में पूसा हाइब्रिड 3, अर्का गंगा आदि किस्में अ’छी मानी जाती हैं. लौकी की ये किस्में 50 से 55 दिनों में तैयार हो जाती हैं.