कुमार इंदर,जबलपुर। पानी पर चलने वाली कथित मां नर्मदा के नाम से चर्चा में आई महिला का बयान सामने आया है. जिसमें वो खुद कह रही है कि उन्हें कोई सिद्धि प्राप्त नहीं है, बल्कि वे एक साधारण परिक्रमावासी हैं जो एक साल पहले नर्मदा परिक्रमा के लिए निकली थीं. उनके दो बेटे और दो बेटियां हैं. उनकी इच्छा थी कि वे पैदल नर्मदा परिक्रमा पूरी करें. जब उनसे पूछा गया कि वे किसी को दावा दे दें तो उसकी बीमारी ठीक हो जाती है, तब महिला ने ऐसे किसी भी चमत्कार से इनकार कर दिया.

दरअसल जबलपुर के झांसी घाट और शहपुरा के बीच में नदी किनारे चलते हुए किसी ने इनका वीडियो बनाकर वायरल कर दिया और लोगों ने इन्हें रेवा मां की उपाधि दे दी. वीडियो वायरल होते ही रेवा मां के पीछे हजारों भक्तों की भीड़ लग गई. झांसी घाट से शुरू हुई यात्रा जब जबलपुर के ग्वारीघाट पहुंची तो भीड़ को संभालने में पुलिस को भी काफी मशक्कत करना पड़ी. फिर माताजी को पुलिस ने अपनी सुरक्षा में ले लिया. इसके साथ ही उनकी गुमशुदगी के आधार पर उन्हें जबलपुर से उनके घर नर्मदापुरम स्थित कल्लू खापा गांव भेज दिया गया है.

आस्था या अंधविश्वास! जिस महिला की दर्ज है गुमशुदगी रिपोर्ट, वह खुद को मां नर्मदा का बता रही अवतार, आर्शीवाद लेने लोगों की लगी लंबी कतार, पुलिस भी भक्ती में डूबी

सीएसपी तुषार सिंह ने कहा कि महिला में किसी तरह की कोई भी शक्ति नहीं है, वह एक आम महिला है, वह सिर्फ नर्मदा परिक्रमा करने के लिए निकली हुई थी, लेकिन लोगों के द्वारा चमत्कार की अफवाह फैलाई जा रही थी। इस बात की जानकारी जैसे ही पुलिस को लगी, पुलिस ने महिला के परिवार वालों से उसकी बात करा कर उसे सकुशल उसके घर रवाना कर दिया है।

9 मई, 2022 स्कोर दर्ज की गई है गुमशुदगी की रिपोर्ट

लोग जिसे मां नर्मदा का स्वरूप मान रहे थे उसका नाम 51 वर्षीय ज्योति बाई रघुवंशी है. जिनके पति का नाम स्वर्गीय किशन सिंह रघुवंशी है, जो कि होशंगाबाद जिले के कल्लू खापा गांव की रहने वाली है. महिला की गुमशुदगी की शिकायत होशंगाबाद जिले के पिपरिया रोड थाने में 11 मई 2022 को दर्ज कराई गई है. रिपोर्ट के अनुसार महिला 9 मई, 2022 को दिन में 12:30 बजे अपने घर से बिना बताए घर से गायब है. रिपोर्ट में यह भी दर्शाया गया है कि यह महिला पिछले 5 सालों से मानसिक बीमारी से गुजर रही है.

सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है महिला

होशंगाबाद जिले की रहने वाली यह महिला जबलपुर की सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है. कभी भक्तों को आशीर्वाद देते तो कभी लोगों का पानी छिड़कती, कभी नदी में चलती है. इसी के चलते शहर के लोगों की महिला से मिलने की उत्सुकता बढ़ती जा रही थी.

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एक जिले की पुलिस को मिल नहीं रही, दूसरे जिले की पुलिस पूजा कर रही

भले ही महिला की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज होने के बाद भी होशंगाबाद की पुलिस महिला को ना ढूंढ पाई हो, लेकिन जबलपुर पुलिस बकायदा महिला के आगे नतमस्तक नजर आ रही है. कुछ ऐसा ही नजारा भेड़ाघाट स्थित चौकी ताल में देखने को मिला. जब यह महिला एक मंदिर में पहुंची और अचानक लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा. सिर्फ लोग ही नहीं बल्कि यहां पर तीन तीन पुलिस वाले भी हाजिरी लगाते नजर आए. बल्कि एक पुलिसकर्मी तो अपने घर से एक लेडिस को बाकायदा इस कथित मां नर्मदा का स्वरूप कहने वाली महिला से आशीर्वाद दिलाने के लिए लेकर पहुंचा हुआ था.

हालांकि पुलिस तर्क दे सकती है कि वह व्यवस्था बनाने के लिए पहुंची थी, लेकिन सवाल यह उठता है कि आखिर पुलिस ने पिछले 10 दिनों से जानने की कोशिश क्यों नहीं की कि आखिर महिला कहां की है, कैसे आई, कब पहुंची और इसका उद्देश्य क्या है ? या फिर यह अंदाजा लगाया जाए कि पुलिस भी इस आस्था की डुबकी में अंधविश्वास की बैसाखी के सहारे वैतरणी पार करने की फिराक में है.

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