निर्वाचन आयोग ने राष्ट्रवादी कांग्रेस (NCP), तृणमूल कांग्रेस (TMC) और भारतीय कम्यूनिस्ट पार्टी (CPI) से राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा वापस ले लिया है. वहीं आम आदमी पार्टी को अब राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिल गया है. इसके अलावा क्षेत्रीय दलों में निर्वाचन आयोग ने भारत राष्ट्र समिति (BRS) से आंध्र प्रदेश में और राष्ट्रीय लोक दल (RLD) से UP में क्षेत्रीय दल का दर्जा वापस लिया है.

आयोग ने कहा कि आप को चार राज्यों-दिल्ली, गोवा, पंजाब और गुजरात में उसके चुनावी प्रदर्शन के आधार पर राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा दिया गया है. अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली पार्टी दिल्ली और पंजाब में सत्ता में है. निर्वाचन आयोग ने कहा कि राष्ट्रीय राजनीतिक दलों के रूप में राकांपा, भाकपा और तृणमूल कांग्रेस का दर्जा वापस लिया जाता है. भाजपा, कांग्रेस, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा), बहुजन समाज पार्टी (बसपा), नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) और आप अब राष्ट्रीय दल हैं.

आम आदमी पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिलने पर CM अरविंद केजरीवाल और पार्टी नेताओं ने खुशी और शुभकामनाओं के ट्वीट किए. केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा कि यह किसी चमत्कार से कम नहीं है. गुजरात चुनाव के बाद आम आदमी पार्टी ने दावा किया था कि वो राष्ट्रीय पार्टी बन गई है, लेकिन अभी तक चुनाव आयोग की तरफ से ये दर्जा नहीं दिया गया है. इस देरी की वजह से पार्टी ने नाराजगी जताई थी और उसने कर्नाटक हाई कोर्ट का रुख किया था. 

3 दलों से क्यों छिना राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा?

चुनाव आयोग के मुताबिक इन दलों को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा दिया गया था, लेकिन ये दल उतना रिजल्ट नहीं ला पाए इसलिए यह दर्जा वापस लिया गया है. इन्हें 2 संसदीय चुनावों और 21 राज्य विधानसभा चुनावों के पर्याप्त मौके दिए गए थे. इसके बाद इन दलों के प्रदर्शन को रिव्यू किया गया और फिर राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा वापस ले लिया गया. हालांकि ये पार्टियां आगे के चुनावी चक्र में प्रदर्शन के आधार पर राष्ट्रीय पार्टी होने का दर्जा वापस हासिल कर सकती हैं.

देश में अभी कितनी राष्ट्रीय पार्टी?

  1. भारतीय जनता पार्टी (BJP)
  2. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC)
  3. बहुजन समाज पार्टी (BSP)
  4. भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) (CPM)
  5. नेशनल पीपुल्स पार्टी (NPP)
  6. आम आदमी पार्टी (AAP)