अजय शर्मा, भोपाल। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में चुनावी साल में सभी पार्टियां फूंक-फूंक कर आगे कदम बढ़ा रही है. जिससे कोई भी चूक न हो सके. अब एमपी कांग्रेस (Madhya Pradesh Congress) ने कथावाचक संतों और बाबाओं के बयानों पर प्रतिक्रिया देने से कांग्रेस नेताओं पर रोक लगा दी है. कांग्रेस के प्रवक्ता अपनी कोई पक्ष नहीं रखेंगे.

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दरअसल कांग्रेस (Madhya Pradesh Congress) ने चुनावी साल में कथावाचक संतों और बाबाओं के बयानों पर टिप्पणी करने से मना किया है. सोशल मीडिया से लेकर मीडिया के किसी भी मंच पर कांग्रेस प्रवक्ता इस मामले पर कोई स्टैंड नहीं देंगे. बाबाओं के बयान पर अपनी कोई भी प्रतिक्रिया नहीं दंगे.

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कांग्रेस ने यह भी कहा है कि यदि कोई टिप्पणी करनी पड़ी तो सोच समझ कर पार्टी लाइन को ध्यान में रख ही बहुत जरूरी हो तो बयान दें. अन्यथा इस तरह टीका टिप्पणी करने से बचे. कांग्रेस खुद भी चुनाव में धर्म का सहारा लेने वाली है. चुनाव में धार्मिक फैक्टर भी काम करने वाला है.

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बता दें कि इससे पहले भी एमपी कांग्रेस (MP Congress) में तमाम बड़े नेताओं को सर्कुलर जारी किया गया था. कांग्रेस के आंतरिक सर्कुलर में सीएम फेस और फिजूल की बयानबाजी से बचने की सलाह दी गई थी. अब पार्टी के अधिकृत प्रवक्ता ही ऐसे मामलों पर बोलेंगे.

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