बिलासपुर. न्यायधानी पहुंचे शंकराचार्य निश्चलानंद सस्वती महाराज ने आरएसएस को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि आरएसएस के पास कोई ग्रंथ नही है. गुरु, ग्रंथ और गोविंद तीनो में किसी के बल आरएसएस के पास नहीं है. भारत हिंदू राष्ट्र है, सबके पूर्वज सनातनी है. हिंदू खतरे में नहीं है, हिंदू को न जानने वाले न मानने वाले खतरे में है. धर्म के सीमा के बाहर राजनीति नहीं होनी चाहिए.

शंकराचार्य निश्चलानंद ने कहा, राजनीति का अर्थ होता है राजधर्म. प्रशासक जो होता है, उसका धर्म होता है कि प्रजा के हित में शासन का उपयोग करना. उसी का नाम राजनीति है, लेकिन धार्मिक जगत में हस्तक्षेप करके मठ मंदिरों की मर्यादा को विकृत कर राजनीति नहीं, राजनीति के नाम पर उन्माद है. गोवर्धन पीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने सीएमडी कॉलेज ग्राउंड में आयोजित विशाल धर्मसभा को संबोधित किया. इस अवसर पर सनातन धर्म,अध्यात्म, पर्यावरण, गौरक्षा, व्यापार, राजनीति सहित धर्म और शास्त्र, आदर्श जीवन सहित अनेक विषयों पर उपस्थित जनसमूह को संबोधित किया.

प्रकृति को नुकसान किए बिना करें विकास
उन्होंने कहा कि कोई भी विकृति जब चरम सीमा पर पहुंचती है तो संस्कृति का मार्ग प्रशस्त होता है. उन्होंने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि विकास के नाम पर अंधाधुंध कार्य हो रहे हैं. इससे चंद्रमा की सतह भी धस गई है, हम विकास के विरोधी नहीं है, लेकिन प्रकृति के नियमों को साथ लेकर विकास होना चाहिए. पृथ्वी के धारक तत्वों की विकृति और विलुप्ति ही विकास की परिभाषा बन गई है. इन तत्वों को बिना नुकसान किए ही विकास किया जाना चाहिए.

गोवंश की रक्षा हो, शराब और जुए से दूर रहें
उन्होंने गोवंश की रक्षा पर कहा कि मुझे छत्तीसगढ़ में गायों के झुंड का एक साथ बैठना बहुत अच्छा लगता है. चारों दिशाओं में 25-25 एकड़ भूमि गोचर भूमि सुनिश्चित करनी चाहिए. जिससे गोवंश की रक्षा हो. उन्होंने आगे कहा कि शराब और जुए से व्यक्ति को दूर रहना चाहिए. हमारे ईश्वर ऐसे हैं, जो जगत बनाते ही नहीं जगत बनते भी हैं. यही कारण है कि वह जगत में कई बार अवतार लेते हैं.

शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने की जरुरत
शिक्षा व्यवस्था पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि हजारों करोड़ों डॉलर शिक्षा के नाम पर विदेशों में जा रहे हैं, क्योंकि यहां के विद्यार्थी विदेश में पढ़ाई कर रहे हैं. ऐसे में पूरे भारतवर्ष की शिक्षा को दुरुस्त और बेहतर करने की आवश्यकता है. धर्मसभा की शुरुआत में बिलासपुर के विधायक शैलेश पांडेय ने उनका स्वागत किया. इस दौरान सांसद अरुण साव, पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल, विधायक रजनीश सिंह समेत हजारों की संख्या में गणमान्य और आमजन मौजूद रहे.