विप्लव गुप्ता, पेंड्रा. आज 14 जून यानी विश्व रक्तदान दिवस है. हम सभी जानते हैं कि रक्तदान महादान है. इस दिन को मनाने के पीछे डॉक्टर कार्ल लैंडस्टीनर हैं. जिन्हें आधुनिक ब्लड ट्रांसफ्यूजन का पितामह कहा जाता है. इसी रक्तदान महादान की कल्पना को साकार करते हुए पेंड्रा के कुछ नवयुवकों ने एक वाट्सअप ग्रुप बनाया है. जिसके माध्यम से 3 महीने के अंदर 200 से अधिक लोगों ने रक्तदान कर लोगों के जीवन को बचाने में अहम योगदान दिया है. अभी भी यह सिलसिला लगातार जारी है.

रक्तदाताओं का है कि रक्तदान महादान है और इसे कर अच्छा लगता है, वहीं कुछ युवा पहली बार रक्तदान कर रहे हैं तो कुछ को 20 बार से भी ज्यादा हो गया है. सभी को सूचना वाट्सअप ग्रुप के जरिए लगती है और वह सीधे अस्पतालों से संपर्क कर अपना रक्तदान करते हैं. इस ग्रुप में मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के कई जरूरतमंद शामिल हैं. इसके साथ-साथ यह ग्रुप दवाइयों के लिए कुछ पैसे और ऑक्सीजन सिलेंडर भी उपलब्ध करा देता है. वो भी सब कुछ निशुल्क और निस्वार्थ भाव से लोगों की मदद की जाती है. आप भी यदि अपना खून जमा कराना चाहते थे तो जमा करा सकते है.

ग्रुप एडमिन आलोक तिवारी ने बताया कि युवा अपने उत्साह के साथ आगे बढ़ कर खून दे रहे है वो भी सिर्फ एक वाट्सअप ग्रुप के संदेश के जरिए यह अपने आप में एक क्रांति ही है. बस अब जरूरत है तो इस क्रांति को पूरे देश में फैलाने की ताकि ऐसे और समूह बने और जरूरतमंदों को खून उपलब्ध होता रहे.

दरअसल पेंड्रा, गौरेला, मरवाही और पसान विकासखंडों के सैकड़ों लोग पहले इस ग्रुप में थे. लेकिन अब इस ग्रुप में लगभग 500 से अधिक लोग जुट चुके हैं. इस ग्रुप की शुरुआत तीन महीने पहले एक हॉस्पिटल ब्लड मेडिसिन नाम से वाट्सअप ग्रुप शुरु किया गया था और आज तीन वाट्सअप ग्रुप बन गए है. किसी को भी खून की जरुरत होती है तो इस ग्रुप में खून देने की सूचना आने के बाद उस रक्त समूह के दानदाता तुरंत वाट्सअप के जरिए ग्रुप में अपनी इच्छा जाहिर करते हैं. जिसके बाद इन युवाओं को उचित स्थान पर पहुंचा कर रक्तदान करा लिया जाता है.

बता दें कि विश्व स्वास्थ्य संगठन रक्तदान को लेकर जागरुकता अभियान चलाता रहता है और इसी कारण दुनियाभर के देशों में 14 जून को World Blood Donor Day (विश्व रक्तदान दिवस) मनाया जाता है. इस दिन जागरूकता अभियान चलाया जाता है और जनमानस को मुफ्त रक्तदान करने के लिए प्रेरित किया जाता है.