नई दिल्ली: दिल्ली में कोविड के मामले डराने लगे हैं. दिल्ली में पिछले 24 घंटे में 1527 केस सामने आए हैं जो बीते 7-8 महीने सबसे ज्यादा हैं. दिल्ली हेल्थ बुलेटिन के अनुसार, 909 मरीज स्वस्थ हुए हैं. इस दौरान एक व्यक्ति की कोविड के कारण मौत हो गई. पॉजिटिविटी रेट अब 27.77 प्रतिशत पर पहुंच गया है.
कोरोना के मामलों के साथ मौसमी बीमारियों ने भी समस्या बढ़ा दी है. इसकी चपेट में आम लोगों के साथ बढ़ी संख्या में डॉक्टर भी आ रहे है. अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), दिल्ली, डॉ. राम मनोहर लोहिया, सफदरजंग, लेडी हार्डिंग, गुरु तेग बहादुर अस्पताल सहित दिल्ली के 15 से अधिक अस्पतालों में काफी डॉक्टर इस वक्त बीमार हैं. स्थिति गंभीर नहीं है, लेकिन तबीयत खराब होने से अस्पताल में मरीजों को देखने के लिए डॉक्टरों की संख्या घट रही है. एम्स से मिली जानकारी के अनुसार अस्पताल में वरिष्ठ फैकल्टी सहित चार डॉक्टर और कई अन्य कर्मचारी कोरोना संक्रमित हुए हैं. इसे देखते हुए एम्स ने डॉक्टर व कर्मचारियों के लिए एडवाइजरी जारी की है.
कोविड-19 के बढ़ते मामलों को देखते हुए दिल्ली सरकार सतर्क हो गयी है. शिक्षा मंत्री आतिशी ने कहा कि सरकार कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा कर रही है. स्कूलों को इससे संबंधित जल्द ही दिशा-निर्देश जारी किए जाएंगे. दिल्ली में तेजी से बढ़ते कोरोना के मामलों के बीच बच्चे भी संक्रमित हो रहे हैं, दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज का दावा है कि कोरोना के नए वेरिएंट एक्सबीबी 1.16 से बच्चों में कोई गंभीर संक्रमण नहीं दिखा. उनका कहना है कि दिल्ली में बढ़ते मामलों के बीच दिल्ली सरकार कोरोना को लेकर करीबी नजर रख रही है. उन्होंने कहा कि सरकार पूरी तरह से तैयार है.
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि अगले 10 दिनों तक कोविड बढ़ेगा लेकिन इसके बाद मामले कम होने लगेंगे. देश में बढ़ रहे कोविड के संक्रमण फिलहाल अभी स्थानीय चरण में हैं. आज रिकॉर्ड किए गए कोरोना के मामले सात महीनों में सबसे अधिक हैं.
वयस्कों को बूस्टर शॉट लेने की सलाह
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ अदार पूनावाला ने कल कहा था कि उन्होंने कोविशील्ड वैक्सीन का निर्माण फिर से शुरू कर दिया है. उन्होंने कहा कि कंपनी के पास कोवोवैक्स वैक्सीन की छह मिलियन बूस्टर खुराक पहले से ही उपलब्ध है और वयस्कों को बूस्टर शॉट लेना चाहिए.