रायपुर. आक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी यूके के मूट कोर्ट प्रतियोगिता में लगातार तीसरे वर्ष जज बनकर सुगंधा जैन ने राज्य का गौरव बढ़ाया. कहते हैं हीरा कहीं भी छिपा हो जौहरी की पारखी नजरों से छिप नहीं सकता, ऐसा ही कुछ हुआ छत्तीसगढ़ जैसे छोटे राज्य की राजधानी रायपुर स्थित समता काॅलोनी निवासी सुगंधा जैन के साथ, जिनका यूनाइटेड किंगडम की यूनिवर्सिटी आॅफ आक्सफोर्ड ने मोनरो ई-प्राइस मीडिया लाॅ मूट कोर्ट काम्पटीशन के जज के लिए किया.

यूके की आक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में बोनवरो इंस्टीट्यूट आफ हृयूमन राइटस द्वारा 16वां मोनरो ई-प्राइस मीडिया लाॅ मूट कोर्ट काम्पीटिशन का फाइनल इंटरनेशन राऊँड आनलाइन किया गया. इस अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता में फ्रांस, जर्मनी, यूरोप, लंदन, मलेशिया आदि देशों से 150 काॅलेज की टीम ने भाग लिया. आज का मुकदमा मानव अधिकार एवं डेटा प्रोटेक्शन पर थी. प्रतिष्ठित विद्वानों के साथ सुगंधा जैन ने जज के रूप में डायस शेयर किया.

मूट कोर्ट जो होता है वो भावी वकीलों के लिए एक कोर्ट क्राफ्ट की प्रक्रिया समझने एवं कैरियर में आगे बढ़ने बहुत उपयोगी होता है. यह कार्यक्रम विगत 3 वर्षों से आनलाइन हो रहा है. इस तरह अपने स्थान पर रहकर समय एवं पैसे की बचत करते हुए भावी वकील अंतर्राष्ट्रीय लेवल तक पहुंच सकते हैं. विगत 3 वर्षों से छत्तीसगढ़ की बेटी सुगंधा जैन को जज के रूप में प्रिसाइड करने का मौका मिला. उनकी इच्छा है कि छत्तीसगढ़ के विद्यार्थी भी निडर होकर भाग लें और अपना सर्वश्रेष्ठ दें तथा यहा कि यूनिवर्सिटी भी अपने विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करें.