नितिन नामदेव, रायपुर। धर्मांतरित व्यक्तियों की अनुसूचित जनजाति की सूची बाहर करने की मांग को लेकर रविवार को राजधानी में डीलिस्टिंग महारैली का आयोजन किया गया है. जनजाति सुरक्षा मंच छत्तीसगढ़ के बैनर तले आयोजित रैली में आरक्षण और धर्मांतरण का मुद्दा जोर-शोर से गूंजा.

इस रैली में बड़ी संख्या में जनजाति समाज के लोग शामिल हुए रैली से पहले सभा के जरिए डीलिस्टिंग की मांग उठाने की जरूरत पर वक्ताओं द्वारा प्रकाश भी डाला गया. जनजाति सुरक्षा मंच की ओर से मांग की गई कि जिन नागरिकों ने अपने मूल संस्कृति और अपने मूल धर्म को छोड़कर विदेशी धर्म अपनाया है, उन्हें अनुसूचित जनजाति किस श्रेणी से तत्काल बाहर किया जाए, और इसके लिए आवश्यक संवैधानिक संशोधन किया जाए.

मंच की ओर से इसके साथ यह भी कहा गया है कि छत्तीसगढ़ में भी बड़ी संख्या में धर्म परिवर्तन करने वाले लोगों के द्वारा मूल जनजातियों के हिस्से की सुविधाओं को अवैध रूप से छीना जा रहा है, इसलिए धर्मांतरितों को डिलिस्टिंग किया जाए.

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