राकेश चतुर्वेदी, भोपाल। सीएम शिवराज ने सोमवार को “एक भारत-श्रेष्ठ भारत” योजना में समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को साझा करने की पहल तेलुगु संगमम् कार्यक्रम को संबोधित किया। इस दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि भारत की अतिथि देवो भव की परंपरा रही है। मध्यप्रदेश की धरती पर तेलुगु भाई-बहनों का हमेशा स्वागत है। आप लोगों के लिए एमपी के द्वार हमेशा खुले हैं, कोई समस्या आए तो एक आवाज लगा देना। तुम्हारा यह भाई तुरंत पहुंच जाएगा।

Accident Breaking: तेज रफ्तार यात्री बस अनियंत्रित होकर पलटी, 8 लोग घायल

सीएम ने कहा कि प्रदेश की साढ़े आठ करोड़ जनता की ओर से मैं “एक भारत-श्रेष्ठ भारत योजना” में भारत दर्शन यात्रा में पधारे तेलुगु भाई-बहनों का स्वागत करता हूँ। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश और तेलंगाना राज्य में कई समानताएं हैं। मध्यप्रदेश हीरों की खान है। यहां सतपुड़ा, पेंच, कान्हा जैसे कई टाइगर रिजर्व हैं। प्रदेश सड़क, बिजली, सिंचाई सहित अनेक क्षेत्रों में लगातार आगे बढ़ रहा है। यह आपका अपना ही प्रदेश है, अपने आप को कभी अलग नहीं समझना। आत्मीयता और स्नेह से मध्यप्रदेश की धरती पर हमेशा पधारें। सीएम ने कहा कि भोपाल और हैदराबाद में भी समानता है। हैदराबाद में हुसैन सागर में भगवान बुद्ध की प्रतिमा है, यहां पर हमने राजा भोज सागर में राजा भोज की मूर्ति लगाई है।

कांग्रेस का मिशन-2023: राजनीतिक मामलों की बैठक में बनी रणनीति, विधानसभा चुनाव को लेकर वरिष्ठ नेताओं को दी जाएगी क्षेत्रवार जिम्मेदारी, कमलनाथ जल्द जारी करेंगे सूची

कार्यक्रम में 30 कलाकारों के दल द्वारा तेलुगु नृत्य एवं गायन की मनमोहक प्रस्तुतियाँ दी गई। अतिथियों का स्मृति-चिन्ह और स्टॉल भेंट कर तेलंगाना और मध्यप्रदेश राज्य की कला-संस्कृति अनुसार अभिनंदन किया गया। इस दौरान राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिवप्रकाश, तेलुगु संगमम् के संस्थापक पी. मुरलीधर राव, सांसद प्रज्ञा सिंह, सासंद वीडी शर्मा, संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा, आईवायआर कृष्णाराव, चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग उपस्थित थे।

सड़क हादसे में मां-बेटे की मौत: अंतिम संस्कार से लौट रहे थे, अज्ञात वाहन ने बाइक को मारी टक्कर

Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus