रेणु अग्रवाल,धार। मध्य प्रदेश के धार में जिला अस्पताल में नवागत शिक्षिकाओं से मेडिकल शुल्क के नाम पर पैसे लेने का मामला सामने आया है। यहां 110 रुपये की रोगी कल्याण समिति की रसीद काटने के बाद 200 रुपये तक वसूले जा रहे थे। दरअसल आज शिक्षक वर्ग 1,2,3 के लिए जिला अस्पताल में मेडिकल रिपोर्ट बननी थी। इसके लिए  नवागत शिक्षक जिला अस्पताल पहुंचे थे। 

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हैरान करने वाली बात तो ये है कि यहां शुल्क लिए जाने का कोई बोर्ड ही चस्पा नहीं किया गया था। वही युवतियों की शिकायत पर जिला अस्पताल पहुंची नायब तहसीलदार सोनिका सिंह युवतियों से चर्चा की। एक शिक्षिका तो घर से 200 रुपये ही लेकर आई थी और पैसे खत्म होने पर वो रोती नजर आई। क्योंकि 100 रुपये वह अंदर मेडिकल एक कागज का वेरिफिकेशन करवाते वक्त अंदर देकर आई थी। इसलिए उसके पास रुपए खत्म हो गए थे।

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बता दें कि नवागत शिक्षकों की भर्ती के लिए जॉब के लिए अनिवार्य रूप से मेडिकल प्रोफार्मा लगता है।  जिसमें वर्ग एक दो और तीन के शिक्षकों को मेडिकल की प्रोसीजर करना अनिवार्य होता है। इसलिए आज बड़ी संख्या में जिला अस्पताल में नवागत शिक्षकों की लंबी लाइन लगी हुई थी।  

इधर जिला अस्पताल के सिविल सर्जन एम एल मालवीय ने कहा कि मेडिकल बोर्ड में लोग आते हैं तो यहां पर इन्वेस्टिगेशन के लिए 110 रुपये की रसीद कटती है। रोगी कल्याण समिति के माध्यम से वह रसीद दी जाती है। इसके अलावा ₹75 एमपीटीसी के लिए जमा करवाए जाते हैं। यदि इससे ज्यादा पैसे लिए गए हैं तो यह मामला मेरे संज्ञान में नहीं है।  इसकी जांच करवा कर जांच में दोषी जो पाए जाएंगे उन पर कार्रवाई की जाएगी। अगर 100 व ₹200 लिये गए तो यह गलत है। 

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