नई दिल्ली: दिल्ली सरकार ने मज़दूरों का न्यूनतम वेतन बढ़ा दिया है. 1 अप्रैल से वेतन की नई दरें मान्य होंगी. दिल्ली में बीते 6 महीने के अंदर दूसरी बार श्रमिकों के न्यूनतम वेतन में बढ़ोतरी की घोषणा केजरीवाल सरकार ने की इससे दिल्ली के लाखों श्रमिकों को फायदा पहुंचेगा और उनके मासिक वेतन बढ़ने के साथ-साथ महंगाई से भी राहत मिलेगी.
दूसरे राज्यों की तुलना में दिल्ली के श्रमिकों की न्यूनतम वेतन अधिक है. दिल्ली के श्रमिकों को राहत देने के लिए 6 महीने में लगातार दूसरी बार न्यूनतम वेतन को बढ़ाने के साथ-साथ महंगाई भत्ते को भी सरकार द्वारा बढ़ाया जाता है. इस घोषणा के बाद दिल्ली के श्रमिकों के लगभग 500 से 540 रूपये मासिक वेतन में बढ़ जाएंगे
दिल्ली सरकार द्वारा बढ़ाई गई न्यूनतम वेतन की नई दर के अनुसार अब कुशल श्रमिकों के मासिक वेतन को 20,357 रुपए से बढ़ाकर 20,903 रुपए करते हुए 546 रुपए की बढ़ोतरी की है. अर्ध कुशल श्रमिकों के मासिक वेतन को 18,499 रुपए से बढ़ाकर 18,993 रुपए कर 494 रुपए की बढ़ोतरी की है. वहीं अकुशल मजदूरों के मासिक वेतन में 16,792 रुपए से बढ़ाकर 17,234 रुपए करते हुए 442 रुपए की बढ़ोतरी हुई है.
“देश में सबसे अधिक वेतन”
दिल्ली के श्रम मंत्री राज कुमार आनंद ने कहा कि दिल्ली में मजदूरों को मिलने वाला न्यूनतम वेतन देश के अन्य किसी भी राज्य की तुलना में सबसे अधिक है. केजरीवाल सरकार दिल्ली के सभी श्रमिकों को राहत देने के लिए हर 6 महीने में महंगाई-भत्ते को बढ़ाती है.
दिल्ली सरकार के इस फैसले से सभी अनुसूचित रोजगार श्रेणियों में अकुशल, अर्ध-कुशल, कुशल और अन्य श्रमिकों को लाभ मिलेगा. उन्होंने कहा कि असंगठित क्षेत्र में न्यूनतम मजदूरी पर कार्यरत लोगों को भी महंगाई भत्ते का लाभ मिलना चाहिए, जो आमतौर पर राज्य और केंद्र सरकार के कर्मचारियों को दिया जाता है.