अजय शर्मा, भोपाल। चुनावी साल में मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार (Shivraj government of Madhya Pradesh) को योजनाओं के क्रियान्वयन का डर सताने लगा है। कई महत्वकांक्षी योजनाओं के जमीन पर क्रियान्वयन में मिली खामियों के बाद सरकार अलर्ट मोड में आ गई है।

चिकित्सा शिक्षा विभाग के भर्ती नियमों में बदलावः पदोन्नति के पद अब सीधी भर्ती से भरे जाएंगे, स्वास्थ्य मंत्री चौधरी ने आयुष्मान हितग्राहियों से की बातचीत

दरअसल, अब हर योजनाओं के जमीनी स्तर तक क्रियान्वयन की जानकारी खुद सीएम शिवराज सिंह चौहान सीधे योजना समन्वय अधिकारियों से लेंगे। योजनाओं में लापरवाही न हो, इसकी निगरानी के लिए प्रत्येक विभाग में समन्वय अधिकारी रहेगा। सीएम शिवराज ने विभागों को कार्ययोजना बनाकर काम करने के निर्देश दिए हैं। समन्वयक का मुख्य काम योजनाओं के संबंध में जिलेवार जानकारी एकत्र कर विभाग प्रमुख और मुख्यमंत्री कार्यालय को देना होगा।

उज्जैन के अतिप्राचीन गढ़कालिका मंदिर में चोरी: दीवार फांद कर घुसे चोर, दानपेटी का ताला तोड़कर चुरा ले गए पैसे

बता दें कि इस साल के अंत में मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में सरकार अलर्ट है। योजनाओं को लेकर कोई खामियां ना हो इसके लिए सीएम खुद मोर्चा संभाल रहे हैं। रविवार को मुख्यमंत्री चौहान ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि प्रदेश में जन-कल्याण और विकास के विभिन्न कार्य और गतिविधियाँ तेजी से हो रही हैं। सरकार तड़प, ज़िद, जुनून और जज्बे के साथ दिन-रात जनता की सेवा में लगी हुई है।

भीषण सड़क हादसे का VIDEO: तेज रफ्तार ट्रक ने ऑटो को पीछे से मारी टक्कर, 3 की मौके पर दर्दनाक मौत, 2 घायल

Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus