अंबिकापुर/नोएडा। नोएडा अथारिटी शहर को स्वच्छ रखने के लिए छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर का जीरो वेस्ट को रोल माडल मानते हुए इसे अपनाएगा। शुक्रवार को नागरिक सुविधाओं की समीक्षा बैठक के दौरान शहर को गंदगी से मुक्त करने के लिए एक मास्टर प्लान तैयार किया है।
नोएडा अथारिटी के चेयरमैन और उद्योग विभाग के प्रिंसिपल सेक्रेटरी आलोक सिन्हा ने इसके लिए प्राधिकरण के सीईओ अमित मोहन प्रसाद को अंबिकापुर के सालिड वेस्ट मैनेजमेंट का अध्ययन कर इसे अपनाने का आदेश दिया है। जिसके बाद अब जल्द ही नोएडा प्राधिकरण की टीम अंबिकापुर पहुंचेगी और यहां के जीरो वेस्ट मैनेजमेंट का अध्ययन कर अपनी रिपोर्ट प्राधिकरण को सौंपेगी।
अंबिकापुर नगर निगम देश की पहली ऐसी पालिका बन गई है जिसने शहर को कूड़ेदान से भी मुक्त कर लिया है साथ ही कचरे को सोने के रुप में परिवर्तित भी कर रही है। अंबिकापुर शहर में खुले में कचरा इकट्ठा करने की कोई भी जगह नहीं है, यहां शहर में उत्पन्न होने वाले कचरों का रिसाइक्लिंग कर 13 लाख रुपए से ज्यादा की आमदनी पालिका को प्राप्त हो रही है साथ में कचरा की रिसाइक्लिंग से महिलाएं भी आर्थिक रुप से मजबूत बन रही हैं।
अंबिकापुर के जीरो वेस्ट माॅडल को नोयडा द्वारा अध्ययन कर लागू किए जाने के मामले में प्रदेश के नगरीय प्रशासन मंत्री अमर अग्रवाल ने प्रसन्नता जताई है. उन्होंने कहा है कि ये हमारे लिए गौरव की बात थी कि अंबिकापुर के माॅडल को देशभर में पहला स्थान मिला था. ये प्रसन्नता की बात है कि अंबिकापुर की तर्ज पर अब नोयडा में भी इस माॅडल को लागू किए जाने की चर्चा हो रही है. कोई भी राज्य अच्छा काम करता हैं और उस काम को उस राज्य के बाहर भी सराहना मिलती है, तो ये गौरव का विषय होता है. अंबिकापुर के माॅडल को हमने छत्तीसगढ़ के दूसरे निकायों में भी लागू करने की योजना बनाई है. प्रदेश के 168 निकायों में मिशन क्लीन छत्तीसगढ़ योजना शुरू की है, इसे दिसंबर तक लागू कर दिया जाएगाा.
सरगुजा कलेक्टर किरण कौशल ने इस पर खुशी जताई है. उन्होंने कहा कि बहुत अच्छी बात है कि अंबिकापुर शहर के अपशिष्ट प्रबंधन को दूर-दूर के लोग मॉडल के रुप में देख कर उसे अपना रहे हैं. नोएडा अथॉरिटी अगर अंबिकापुर के तर्ज पर काम करेगी तो निश्चित ही अन्य शहर के लोग भी इस प्रणाली पर काम करने आगे आएंगे.