पुरषोत्तम पात्रा गरियाबंद. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल आज किडनी की बीमारी से प्रभावित गांव सुपेबेड़ा का दौरा किया. इस दौरान उन्होंने पीड़ित परिवारों से मुलाकात की और गांव के हालातों का जायजा लिया. भूपेश बघेल ने सुपेबेडा के इन हालातों के लिए सरकार जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि रमन सिंह विकास यात्रा छोड़कर सुपेबेडा आये और जो दूषित पानी यहां के लोग सालों से पी रहे है उसे पीकर दिखायें. सरकार सिर्फ वादे करती है पर कुछ करती नहीं है.
उन्होंने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि सरकार ने लोगों को वादा तो बहुत किया, लेकिन एक भी वादे पूरे नहीं कर सकी है. फिर चाहे वो नदी से शुद्ध पेयजल मुहैया कराने का दावा हो या फिर गांव में ही मरीजों को डायलसिस की सुविधा उपलब्ध कराना हो सरकार अपने किसी भी वादे को पूरा नहीं कर पायी है.
किडनी की बीमारी से मौत हो चुके शिक्षक छत्रपाल की पत्नी बैदीबाई ने अपनी व्यथा भूपेश को सुनाई और उम्मीद जताई की उऩ्हें न्याय मिलेगा. बैदीबाई ने बताया कि स्वास्थ्य मंत्री ने यदि उनके पति की गुहार को गंभीरता से लिया होता तो उनके पति की मौत ना होती और आज वो जिन्दा होते. कुछ इसी तरह की आपबीती गांव की किडनी की बीमारी से पीड़ित रुखसाना सोनवानी ने बताया. वहीं भूपेश ने उनकी समस्याओं को अपने सांसदों और विधायकों की मदद से लोकसभा और विधानसभा में उठाने का भरोसा दिलाया है.
भूपेश बघेल के दौरे से सुपेबेडा को लेकर एक बार फिर राजनीति शुरू हो गयी है. भूपेश ने सुपेबेडा वासियों को न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया है. ग्रामीणों को कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष के दौरे से कितना फायदा मिलेगा ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा. बता दें कि लगभग डेढ़ हजार की आबादी वाले इस गांव में वर्ष 2009 से अब तक किडनी की बीमारी से ग्रस्त 64 लोगों की मौत हो चुकी है. लगभग हर घर में कोई न कोई किडनी की बीमारी से ग्रसित है.