फीचर स्टोरी। छत्तीसगढ़ सरकार की हाट बाजार क्लीनिक योजना लोगों के लिए वरदान बनकर उभरी है. ये स्कीम लोगों को नई जिंदगी परोस रही है. डॉक्टर्स गांव-गांव, गली-गली और हाट बाजारों में जाकर लोगों का इलाज रहे हैं. ग्रामीणों में नई जान डाल रहे हैं. अब तक प्रदेश के ग्रामीण अंचलों में 1 लाख 50 हजार से अधिक आयोजन किए जा चुके हैं, जिसमें तकरीबन 84 लाख से अधिक मरीजों का इलाज किया जा चुका है. इस योजना ने लोगों की जिंदगी में नई उर्जा लाई है. पढ़िए बघेल सरकार की हाट बाजार क्लीनिक योजना कैसे दुर्गम पहाड़ियों में फल-फूल रही है ?.

बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करा रहे

दरअसल, छत्तीसगढ़ के ग्रामीण अंचलों विशेषकर पहाड़ी और दुर्गम इलाकों में स्वास्थ्य सुविधाएं तेजी से पहुंच रही है. स्वास्थ्य विभाग का अमला हाट बाजार क्लीनिक के माध्यम से बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करा रहे हैं. राज्य के ग्रामीण अंचलों में 1 लाख 50 हजार से अधिक हाट बाजार क्लीनिक का आयोजन किया जा चुका है. इन आयोजनों में 84 लाख से अधिक मरीजों को सीधा फायदा मिला है.

निःशुल्क दवाईयां और पैथोलाॅजी की सुविधाएं

स्वास्थ्य विभाग द्वारा हाट बाजारों में आयोजित किए जा रहे क्लीनिकों में लोगों को उपचार के साथ-साथ निःशुल्क दवाईयां और पैथोलाॅजी की सुविधाएं मिल रही है. योजना के अंतर्गत राज्य में 429 डेडिकेटेड ब्राडिंग वाहन और चिकित्सा दलों के माध्यम से दूरस्थ अंचलों में लोगों का इलाज किया जा रहा है.

बच्चों के पोषण में सतत निगरानी

छत्तीसगढ़ सरकार की फ्लैगशिप योजना मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लीनिक योजना से बस्तर-सरगुजा सहित राज्य के अन्य पहुंचविहीन और दुर्गम इलाके में रहने वाले लोगों को काफी फायदा हो रहा है. जहां एक तरफ इस योजना से महिलाओं और बच्चों के पोषण में सतत निगरानी हो रही है. वहीं दूसरी तरफ योजना से बस्तर में मलेरिया उन्मूलन अभियान को गति मिली है. इन इलाकों में महिलाओं और बच्चों में पोषण स्तर की जांच और कुपोषण के रोकथाम के लिए भी यह योजना कारगर सिद्ध हो रही है.

इन मरीजों के चेहरे पर आई मुस्कान

सरगुजा संभाग के बैकुंठपुर जिला के ग्राम छिंदडांड निवासी विजय सारथी लंबे समय से उच्च रक्तचाप एवं मधुमेह की समस्या से जूझ रहे थे. महंगी दवाईयों और इलाज से भी उन्हें अधिक फायदा नहीं हो रहा था. सारथी को एक दिन अचानक सप्ताहिक हाट बाजार में क्लीनिक की गाड़ी दिखी. उन्होंने वहां जाकर चिकित्सकों से पूछा तो नि:शुल्क इलाज की जानकारी मिली. जांच करवाने पर आवश्यक दवाई भी नि:शुल्क मिली, जिससे उनके तबीयत में सुधार हुआ है.

हाई ब्लड प्रेशर का हाट बाजार क्लीनिक में उचित इलाज

इसी प्रकार बीपी के समस्याओं से ग्रसित रामनारायण बताते हैं कि उन्हें हाई ब्लड प्रेशर है, जिससे उन्हें काफी तकलीफ थी. हाट बाजार क्लीनिक में उचित इलाज , दवाइयां एवं खानपान की सलाह मिलने से उनके स्वास्थ्य में सुधार हुआ है. कोरिया जिले में विगत सप्ताह में हाट बाजार क्लीनिक में कुल 1758 मरीजों ने जांच कराया और 1715 मरीजों को नि:शुल्क दवाइयों का लाभ मिला. कटेनार बाजार में ही दुकान लगाने वाली लोदी ने बताया कि हाट बाजार क्लीनिक का लाभ उन्हें मिल रहा है। वह बीपी का चेकअप हाट बाजार क्लीनिक में ही कराती हैं, जहां उन्हें दवाइयां भी फ्री में दी जाती हैं.

बस्तर अंचल में भी चल रहा हाट बाजार क्लीनिक का जादू

बस्तर अंचल में भी हाट बाजार क्लीनिक योजना का बड़ी संख्या में ग्रामीण लाभ उठा रहे हैं. बस्तर जिला के ग्राम पखनार के हाट-बाजार क्लिनिक में इलाज करने पहुंचे डॉक्टर दुलेश्वर दानी ने बताया कि इस योजना से यहां गर्भवती माताओं और शिशुओं की जांच व टीकाकरण, संक्रामक तथा असंक्रामक बीमारियों की जांच, नेत्र रोग, कुपोषण, चर्म रोग, मधुमेह, टीवी, उच्च रक्तचाप और परिवार नियोजन संबंधित सलाह दी जा रही है.

स्वास्थ्य टीम में होते हैं स्थानीय बोली के जानकार

हितग्राहियों ने बताया कि छोटी-मोटी बीमारियों और उसके टेस्ट के लिए ग्रामीणों को शहर नहीं जाना पड़ता है. चेकअप के दौरान उचित स्वास्थ्य परामर्श दिया जाता है. इसके अलावा एक एंबुलेंस की भी सुविधा है, जिससे इमरजेंसी जैसी स्थिति के लिए उपयोग किया जाता है. सरगुजा, बस्तर अंचल में लोगों को स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए स्थानीय बोली के जानकार चिकित्सकों और पैरामेडिकल स्टाॅफ की मदद ली जा रही है.

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