सनातन हिन्दू धर्म में ऐसा माना जाता है कि बिना ध्वजा (ध्वज, पताका, झण्डा) के मन्दिर में असुर निवास करते है इसलिए मन्दिर में सदैव ध्वजा लगी होनी चाहिए.

  ज्योतिष से परामर्श के बाद यह बात सामने आई कि मंदिर के साथ साथ मंदिर के शिखर पर लगे ध्वज से भी हमारे जीवन के बहुत कष्ट दूर हो सकते है. ग्रह गतिमान है और समय समय पर ग्रह अपनी स्थिति बदलते रहते है. ग्रहों की स्थिति का सीधा संबंध हमारे जीवन में हो रहे फेरबदल से है. ऐसे में कई बार परिवार से रिश्ते खराब होने का असर हमारे ग्रहों पर भी पड़ता है. मंदिर में ज्यादा चढ़ा कर हम अपनी बीमारियों से छुटकारा पा सकते हैं.

  • सूर्य- सूर्य ग्रह पिता, हड्डियों और ह्रदय के कारक ग्रह हैं. पिता संबंधी रिश्तों में सुधार स्वयं की पत्रिका में सूर्य पीड़ित हो, तब पिता के नाम से ध्वजा लगाएं.
  • चंद्र- चंद्रमा मन, माता का और फेफड़े संबंधी विकारों का कारक ग्रह है. पत्रिका में चंद्र ग्रह पीड़ित होने पर अपनी माता जी के नाम से ध्वजा लगवाएं.
  • मंगल- मंगल भाई, रक्त, क्रोध का कारक ग्रह होता है. भाईयों के बीच विवाद क्रोध अधिक हो, रक्त संबंधी विकार होने पर अपने भाई के नाम से ध्वजा लगवाएं.
  • बुध- बुध ग्रह त्वचा और ज्ञान का कारक ग्रह होता है. आंत संबंधी विकार होने पर अपने मामा के नाम से ध्वजा लगवाएं.
  • गुरु- गुरु लिवर, पति-पत्नी और बच्चे का कारक ग्रह है. साथ ही आध्यात्मिक गुरु भी इसमें आता है. इन संबंधी या गुरु पीड़ित होने पर अपने पति बच्चे या आध्यात्मिक गुरु के नाम से ध्वजा लगवाएं.
  • शुक्र- शुक्र ग्रह सुख समृद्धि, सेक्स और ऐशोआराम का कारक ग्रह होता है. यौन संबंधित विकार होने पर या शुक्र ग्रह पीड़ित होने पर पत्नी के नाम से या अपनी कुल देवी के नाम से ध्वजा लगवाना हितकर होगा.
  • शनि-  शनि देव अगर पीड़ित है या बार बार नौकरी से संबंधित समस्या आ रही है, कार्य में देरी, घुटनों में दर्द और  साढ़ेसाती के वक्त कानूनी परेशानियां आ रही है तो अपने घर के सबसे पुराने नौकर के नाम से या घर के बुजुर्ग के नाम से ध्वजा लगवाने से आराम मिलता है.
  • राहु- राहु ग्रह अटैचमेंट का कारक है इसके अलावा नशा, जुआ, शराब की लत राहु देव की पीड़ित होने की निशानी है. छुपा हुआ रोग और यह आपके दादा जी नानाजी का प्रतिनिधित्व करता है. दादा जी के नाम से ध्वजा लगवाएं.
  • केतु- केतु ग्रह व्यवसाय नौकरी में अस्थिरता, क्रोनिक बीमारी और छुपा रोग का कारक है. नानाजी के नाम से ध्वजा लगवाएं.

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