छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार बनने के बाद स्वास्थ्य सेवाओं पर विशेष जोर दिया जा रहा है. सरकार की ओर से लगातार ये पहल की जा रही है कि लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवा मिल सके. इसे लेकर राज्य शासन ने कई योजनाओं की शुरुआत की. फिर चाहे वो मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना हो, डॉ. खूबचंद स्वास्थ्य सहायता योजना हो, हाट बाजार क्लीनिक योजना हो, चिरायु योजना हो, या फिर क्षय रोग पोषण योजना हो. इन सभी योजनाओं का उद्देश्य है राज्य के लोगों को अच्छी से अच्छी स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराना. इन्हीं योजनाओं में से एक है मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना.

सीएम भूपेश बघेल की पहल पर छत्तीसगढ़ के शहरी क्षेत्र के स्लम बस्तियों में रहने वाले गरीब परिवारों को निःशुल्क उपचार की सुविधा दी जा रही है. इस योजना के माध्यम से अब तक 46 लाख 23 हजार 554 लोगों का इलाज की सुविधा मिली है.

अब तक लग चुके 60 हजार से ज्यादा कैंप

मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना के तहत अब पूरे राज्य के नगरीय क्षेत्रों के स्लम बस्तियों में चिकित्सक, पैरामेडिकल टीम, मेडिकल उपकरण और दवाओं से लैस 120 मोबाइल मेडिकल यूनिट पहुंचकर लोगों को स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध करा रही है. इस योजना के माध्यम से अब तक 11 लाख 35 हजार 511 मरीजों की पैथालॉजी टेस्ट किया जा चुका है. साथ ही 39 लाख 31 हजार 344 से अधिक मरीजों को निःशुल्क दवाएं भी दी गई हैं. नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग द्वारा संचालित इस योजना में अब तक राज्य के 169 नगरीय निकायों की स्लम बस्तियों में उपचार के लिए 60 हजार 872 कैम्प लगाएं जा चुके हैं.

जांच, इलाज समेत दवा वितरण की सुविधा

बता दें कि राज्य के 14 नगर निगम क्षेत्रों की स्लम बस्तियों में रहने वाले लोगों को स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने के लिए मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना के प्रथम चरण की शुरूआत 01 नवम्बर 2020 को हुई थी. इसके तहत 60 मोबाइल मेडिकल यूनिट द्वारा स्लम बस्तियों में जाकर लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण और इलाज समेत दवा वितरण की शुरूआत की गई थी. 31 मार्च 2022 को इसका विस्तार पूरे राज्य के सभी नगरीय निकाय क्षेत्रों में किया गया और 60 और नई मोबाइल मेडिकल यूनिट शुरू की गई. आगामी दिनों में नई मोबाइल मेडिकल यूनिट की संख्या 150 हो जाएगी. जिससे शहरी क्षेत्र के गरीबों और जरूरतमंद लोगों को उनके घर के पास ही स्वास्थ्य सुविधा मिलेगी.