मुक्तसर. शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के वयोवृद्ध नेता और पंजाब के 5 बार मुख्यमंत्री रहे प्रकाश सिंह बादल आज पंचत्तव में विलीन हो गए. 95 साल की उम्र तक सियासत में सक्रिय रहने के कारण उन्हें राजनीति का बाबा बोहड़ (दिग्गज) कहा जाता था.

मुक्तसर जिले में स्थित उनके पैतृक गांव बादल में प्रकाश सिंह बादल को उनके बेटे सुखबीर बादल ने मुखाग्नि दी. उनकी अंतिम यात्रा में मुख्यमंत्री भगवंत मान सहित कई दिग्गज नेता मौजूद हुए. वहीं परिवार सहित वहां मौजूद हर आंख नम थी.

prakash singh badal funeral

हजारों की संख्या मौजूद लोगों ने प्रकाश सिंह बादल अमर रहे के नारे लगाए. वहीं पुलिस की स्पेशल टुकड़ी ने बादल को अंतिम सलामी दी.

उनके निधन के साथ ही पंजाब की राजनीति का एक बुलंद सितारा अस्त हो गया. स्व. बादल उन बिरले राजनेताओं में हैं, जिन्होंने शासन की कमान ‘राज नहीं सेवा’ के मंत्र को मुख्य रख कर संभाली.

सुखबीर बादल पार्थीव शरीर से लिपट कर रो पड़े

वहीं पिता की अंतिम विदाई दौरान बेटे सुखबीर बादल उनके पार्थीव शरीर से लिपट कर रो पड़े. इस मौके पर हरसिमरत बादल और अन्य परिजन भी फूट-फूट कर रोते नजर आए. बता दें कि मंगलवार को प्रकाश सिंह बादल का निधन हो गया था. पिछले कई दिनों से वह फोर्टिस अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती थे. उन्हें सांस लेने में काफी दिक्कत हो रही थी, जिसके चलते उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था. कई दिन पहले उन्हें आई.सी.यू. में शिफ्ट किया गया था, जहां उनकी हालत स्थिर बनी हुई थी.