पंकज सिंह भदौरिया. दंतेवाड़ा. पुलिस लंबे समय मिडकोम राजू उर्फ हरिराम नक्सली की तलाश कर रही है. इसी कड़ी में 100 से अधिक जवान गायतापारा पहुंचकर नक्सलियों की तलाश कर रहे थे. जब उन्हें पूरे गांव में तलासने के बाद भी कहीं नहीं मिला तो जवानों ने उसके घर की छत को बुरी तरह से तोड़ दिया है. साथ ही उसके रिश्तेदारों के घरों पर तोड़फोड़ किया है. जिससे उनके रहने का सहारा छीन गया है.
नक्सली की पत्नी पायके का कहना है कि पति जब से नक्सलियों के संगठन में शामिल हुए तब से उनका हमारे साथ उनका कोई संबंध नहीं है. पुलिस को उनके साथ जो करना है कि करे पर मेरे औऱ बच्चों के रहने का सहारा क्यों छीन रही है. मिडकोम के बगल में रह रहे भीमा का घर की भी छत जवानों ने तोड़ दिया है. जो कि रिश्ते में नक्सली मिडकोम का भतीजा लगता है.
ग्रामीणों से भी मारपीट का आरोप
जवान सर्चिग के दौरान सुरनार के हापूपारा में 11 ग्रामीणों के साथ मारपीट की है. ग्रामीणों का कहना है कि सुबह जब अपने काम में लगे हुए थे उसी दौरान अचानक जवानों का फोर्स पहुंचा और उनकी एक तरफ से पिटाई कर दी. जिला पंचायत सदस्य भीमसेन मंडावी सुरनार सरपंच और गाटम सरपंच भीमा के साथ सुरनार गांव में ग्रामीणों के साथ बैठक की. जिसके बाद पुलिस के इस तरह से मारपीट और तोड़फोड़ का विरोध करते हुए कटेकल्याण थाने में एफआईआर दर्ज करवाने की बात कहीं है. जिला पंचायत सदस्य भीमसेन ने कहा कि मिडकोम नक्सली दलम में जुड़ा है ये बात इलाके के सभी लोगों को पता है. लेकिन इस तरह से परिवार को परेशान करना गलत है. हालांकि ये आरोप सही है या नहीं ये तो जांच के बाद ही पता चल सकेगा.
थाना प्रभारी विजय पटेल ने कहा कि इस मामले में अब तक कोई शिकायत थाने में दर्ज नहीं हुआ है. जवान मारपीट और तोड़फोड़ जैसे काम नहीं करते है. हम हमेशा ग्रामीणों के साथ है. अगर ऐसी कोई शिकायत आती है तो देखते है.