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Dantewada Naxalite attack : आशुतोष तिवारी, दंतेवाड़ा. छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा नक्सली घटना में बड़ी जानकारी सामने आई है. बताया जा रहा कि नक्सली आईईडी ब्लास्ट के एक दिन पहले सुरंग बनाकर बारुद भरा था. 5 जगहों पर आमा पांडुम के लिए नक्सलियों ने बच्चों के सहारे बैरिकेड लगा रखा था और फोन से पूरी जानकारी दी जा रही थी.
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नक्सलियों की स्मॉल एक्शन की टीम ने घटना को अंजाम दिया है. फिलहाल आईईडी ब्लास्ट से रोड में हुए गड्ढों को आज भर दिया गया. रास्ता सुचारू रूप से चालू भी हो गया है. आपको बता दें कि बुधवार को माओवादी कैडर की उपस्थिति की सूचना पर डीआरजी के जवान नक्सल विरोधी अभियान के लिए अरनपुर क्षेत्र पहुंचे थे. वहां से वापस लौटने के दौरान आईईडी ब्लास्ट होने से वाहन में सवार 10 डीआरजी जवान और एक चालक शहीद हुए थे.
लल्लूराम डाॅट काम की टीम को सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, दंतेवाड़ा से अरनपुर मार्ग पर नक्सलियों ने बड़ी वारदात को अंजाम देने रोड बनने से पहले ही बारुद लगाने हाॅल बनाकर रखे थे. आईईडी ब्लास्ट से एक दिन पहले इस होल में नक्सलियों ने सुरंग बनाकर 50 किलो का बारुद लगाया. दूसरे दिन 5 जगहों पर आमा पांडुम के लिए बच्चों के सहारे बैरिकेड लगाकर आने-जाने वाली गाड़ियाें से चंदा वसूल कराया. इस दौरान वहां नक्सली भी मौजूद थे, जो अपने साथियों को हर जानकारी दे रहा था.
आईईडी ब्लास्ट से पहले तीन गाड़ियां और गुजरी थी, जिसमें उनके आदमी होने की जानकारी देकर छोड दिया गया. वहीं जैसे ही जवानों से भरी गाड़ी आई तो नक्सली ने महुआ पेड़ पर चढे अपने साथी को जानकारी दी. इसके बाद कमान देकर आईईडी ब्लास्ट किया गया, जिससे गाड़ी में सवार 11 जवान और एक चालक शहीद हुए. बताया जा रहा कि नक्सली बड़ी वारदात को अंजाम देने इसी तरह सड़क को खोदकर पहले से होल बनाकर रखते हैं और बाद में उसमें बारुद भरकर घटना को अंजाम देते हैं.
ये डीआरजी जवान हुए थे शहीद
नक्सली हमले में प्रधान आरक्षक जोगा सोढी, प्रधान आरक्षक मुन्ना राम कड़ती, प्रधान आरक्षक संतोष तामो, नव आरक्षक दुल्गो मण्डावी, नव आरक्षक लखमू मरकाम, नव आरक्षक जोगा कवासी, नव आरक्षक हरिराम मण्डावी, गोपनीय सैनिक राजू राम करटम, गोपनीय सैनिक जयराम पोड़ियाम, गोपनीय सैनिक जगदीश कवासी और निजी वाहन चालक धनीराम यादव शहीद हुए हैं.
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