शब्बीर अहमद,भोपाल। मध्य प्रदेश में नर्सिंग घोटाले मामले में बड़ी खबर सामने आई है। नर्सिंग फर्जीवाड़ा मामले में पहली एफआईआर दर्ज की गई है। हाईकोर्ट के निर्देश पर नर्सिंग काउंसिल ने एफआईआर दर्ज कराई है। मामले में भास्कर नर्सिंग कॉलेज ग्वालियर और जेवी नर्सिंग कॉलेज ग्वालियर पर केस दर्ज हुआ है। मान्यता मिलने के बाद फिर बीएम नर्सिंग कॉलेज विदिशा की मान्यता रद्द कर दी गई है।

नर्सिंग घोटाले मामले में 2 कॉलेज और शिक्षक सुखवीर सिंह पर गंभार आरोप लगे है। शिक्षक पर आरोप है कि फर्जी दस्तावेज लगाकर वे दो कॉलेजों पर टीचिंग करता था। आरोप के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। नर्सिंग काउंसिल का नियम के अनुसार एक कॉलेज में एक शिक्षक पढ़ा सकता है। जब इसकी जांच की गई तो 2 हजार 600 से अधिक फर्जी फैकल्टी पाए गए। नर्सिंग काउंसिल ने 28 कॉलेजों पर 2-2 लाख की पेनल्टी लगाई है।

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सरकार की रिपोर्ट में बीएम रिपोर्ट पॉजिटिव दी गई थी। लेकिन सीबीआई ने जांच में नियमों को ताक पर रखकर बीएम नर्सिंग कॉलेज विदिशा को मान्यता दी थी। बता दें कि नर्सिंग फर्जीवाड़े के कारण पिछले तीन सानों से नर्सिंस कॉलेजों की परीक्षा रुकी हुई है। एक लाख से अधिक बच्चे फर्जीवाड़ा के कारण परेशान हो रहे हैं।

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