रेणु अग्रवाल, धार। मध्य प्रदेश के धार (Dhar) जिले में बहुचर्चित 250 करोड़ के सेंट टेरेसा जमीन घोटाले (st. teresa land scam) का मामला न्यायालय में चल रहा है। इसी बीच शनिवार को सेंट टेरेसा परिसर में जेसीबी मशीन से मिट्टी हटाई जा रही थी। मिट्टी हटाने के साथ ही वहां पर बाउंड्री वाल बनाई जानी थी। इस खाली पड़े प्लांट के बहुत बड़े हिस्से में बाउंड्री वाल का निर्माण हो चुका है, तो वहीं कुछ हिस्सा बाकी है। जिसमें की बाउंड्री वाल बनना बचा हुआ है। जहां पर जेसीबी से उस हिस्से को प्लेन किया जा रहा था। यह प्लेन होने के बाद भी उस हिस्से पर भी बाउंड्रीवाल बनाई जानी थी। यह कार्य बड़े ही गोपनीय तरीके से किया जा रहा था जो कि बाहर से दिखाई नहीं दे रहा था।
लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि जिस सेंट टेरेसा परिसर की सभी निर्माण की अनुमति रद्द कर दी गई है तो फिर इस जगह पर निर्माण कार्य बिना परमिशन के कैसे चालू हुआ। यह निर्माण बड़े गोपनीय तरीके से किया जा रहा था जो कि बाहर से देखने पर दिखाई नहीं दे रहा था। लोगों की सूचना पर नगरपालिका का अमला मौके पर पहुंचा। वहीं नगर पालिका अधिकारी सीएमओ निशिकांत शुक्ला ने कहा कि सूचना मिली थी कि निर्माण कार्य को रुकवा दिया गया है। स्कूल संचालक सुधीर दास ने कहा कि स्कूल की दीवार बनी हुई थी। उसमें से कुछ दीवार गिर गई थी और कुछ दीवार झुक गई थी। परिसर में काफी बच्चे खेलते हैं। बच्चों को लगे नहीं, इसलिए गिरे हुए मलबे को हटाया जा रहा था।
नगर पालिका के मुख्य कार्यपालन अधिकारी निशिकांत शुक्ला ने बताया कि हमें कल सूचना मिली थी कि सेंट टेरेसा परिसर में बिना अनुमति के अवैध निर्माण हो रहा है। हमने आज उस काम को बंद करवा दिया है। कल मौके का पंचनामा बनाकर सारे दस्तावेज मंगवाया जाएगा। उनका अवलोकन कर अवैध निर्माण को हटाने की कार्रवाई की जाएगी।
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