अनिल सक्सेना,रायसेन। अप्रैल के आखिरी हफ्ते में लगातार चार दिनों से हो रही बेमौसम बारिश ने सरकारी गेहूं तुलाई केंद्रों पर भारी नुकसान किया हैं। जिला प्रशासन की अनदेखी के चलते सोसायटी ओर वेयर हाउस संचालकों द्वारा हजारों क्विंटल किसानों का गेहूं खरीदी केंद्रों के चारों ओर खुले में डम करा लिया गया। जिसके चलते अब अचानक आंधी तूफान के साथ आई बारिश में हजारों कुंटल गेहूं भीग गया हैं।
जिले के 148 सरकारी गेंहू खरीदी केंद्रों पर करीब 3 लाख मैट्रिक टन गेंहू खरीदी का लक्ष्य रखा गया था। जिसके तहत आवक अधिक होने पर किसानों ने वेयर हाउसों के बाहर गेंहू पटक दिया था। जिसके रख रखाव की कमी के कारण इस साल तुलाई हुई गेहूं में लापरवाही का खामियाजा अब सरकार को उठाना पड़ सकता है।
सरकार ने इस पूरे गेंहू खरीदी सिस्टम से सहकारी सोसायटी को संबल प्रदान करने के उद्देश्य से इस साल खरीदी का काम दिया था। लेकिन मौसम विभाग की चेतावनी के बाद भी प्रशासन के आला अधिकारियो ने लापरवाही बरती और आज जिले के करीब दो दर्जन गेंहू खरीदी सेंटरों पर सरकारी खरीदा गया गेंहू बर्बाद हो रहा हैं। कुछ खरीदी केंद्रों पर तो खुले में पड़े गेंहू को jcb और डंपर की मदद से उठा कर वेयर हाउसों में शिफ्ट करना तक पड़ गया। अब सवाल यह भी सामने हैं कि सरकार का हजारों क्विंटल गेहूं खराब होने पर लाखों रुपए का नुकसान भुगतना पड़ेगा या इस लापरवाही पर किसी की जिम्मेदारी तय की जाएगी।
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