अमृतांशी जोशी/अजय शर्मा, भोपाल। मध्यप्रदेश में नौकरी लगाने के नाम पर अलग तरह का फर्जीवाड़ा (Fraud) सामने आया है। रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर फर्जीवाड़ा कर दो दर्जन लोगों से लाखों की ठगी करने वाला सरगना समेत दो लोगों को भोपाल क्राइम ब्रांच पुलिस (Crime branch police) ने गिरफ्तार किया है। क्राइम ब्रांच भोपाल ने दो आरोपी को रिमांड पर लिया है।

जानकारी के अनुसार आहरोपी ने सील लगाई, ऑर्डर निकाला और अधिकारी बना दिया। पीड़ित जब रेलवे में जॉइन करने पंहुचे तो ऑर्डर फर्जी निकाला। आरोपी ने स्वयं ही डीआरएम भोपाल के फर्जी हस्ताक्षर कर फर्जी नियुक्ति पत्र एवं फर्जी आई कार्ड तैयार किये थे। क्राइम ब्रांच भोपाल ने दो आरोपी को रिमांड पर लिया है। आरोपी ने 35 लाख रुपए की धोखाधड़ी की है। आरोपी खुद को रेल्वे भर्ती बोर्ड का अधिकारी बताता था।

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जानकारी के अनुसार शातिर आरोपी भोले भाले बेरोजगारों को रेलवे में नौकरी का झांसा देकर स्वयं सील लगाकर नियुक्ति पत्र देता था। पीड़ित जब रेलवे में ज्वॉइन करने पहुंचते तो ऑर्डर फर्जी निकलने पर उन्हे ठगी होने का अहसास होता था। क्राइम ब्रांच के एडिशनल डीसीपी शैलेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि आरोपी ने 35 लाख रुपए की धोखाधड़ी की है। आरोपी खुद को रेल्वे भर्ती बोर्ड का अधिकारी बताता था। आरोपी ने लोगों को रेल्वे स्टेशन भोपाल का ट्रेनिंग के नाम पर विजिट भी कराया था।आनलाइन साइट से फर्जी सील और डब्ल्यूसीआर (WCR) प्रिंटेड टीशर्ट बनवाये थे। आरोपी भोपाल एवं खण्डवा से फरार होकर कोटा में बेकरी पर काम करने लगा था। क्राइम ब्रांच की मानें तो पूर्व में सहयोगी गिरफ्तार हो चुका है। आरोपी करीब चार माह से फरार चल रहा था। इधर गिरफ्त में आए आरोपी से क्राइम ब्रांच रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है। पूछताछ में ठगी के अन्य और मामले खुलासे हो सकते है।

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शैलेंद्र सिंह चौहान, एडिशनल डीसीपी,क्राइम ब्रांच

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