नई दिल्ली. दिल्ली के तिहाड़ जेल में हुई गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया की हत्या पर पूर्व IPS अधिकारी किरण बेदी किरण बेदी ने कहा है कि नए सिरे से पुलिसकर्मियों को ट्रेनिंग देनी चाहिए.
किरण बेदी ने कहा है कि मुझे लगता है कि हमें प्रशिक्षण पर दोबारा काम करने की जरूरत है. हमें मॉक ट्रेनिंग पर काम करने की जरूरत है. कैदियों की आपस में मुलाकात भी नहीं होनी चाहिए. इसके अलावा जो लोग कैदियों से मिलने आते हैं, उसकी प्रक्रिया अलग होनी चाहिए. हमें ये भी कोशिश करना चाहिए कि इनके अधिकतम ट्रायल वीडियो कॉल के माध्यम से हो.
उन्होंने कहा कि जेल के अंदर अधिकारियों के पास हथियार नहीं होना कड़ी चुनौती है. तिहाड़ में अटैक होने पर जेल के अंदर मौजूद अधिकारी बिना हथियार कैसे एक्शन लें, इस पर फिर से सोचना जरूरी है. प्रशिक्षण और परीक्षण संबंधी सुझावों के अलावा किरण बेदी ने कई सीनियर और रिटायर्ड लेकिन अपने काम में माहिर अधिकारियों की मदद लेने का भी सजेशन देती हैं. उन्होंने कई लोगों के नाम भी गिनाए.
तिहाड़ जेल के सात कर्मी निलंबित
इस बीच दिल्ली कारागार विभाग ने गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया की हत्या के संबंध में तिहाड़ जेल के सात कर्मियों को निलंबित कर दिया है. जेल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि उन्होंने घटना की विभागीय जांच की. उन्होंने कहा, “रिपोर्ट शुक्रवार को मिली और नौ जेल कर्मियों की ओर से चूक पाई गई है. उनमें से सात- तीन सहायक अधीक्षक और चार वार्डर को निलंबित कर दिया गया है. हमने तमिलनाडु विशेष पुलिस बल के अधिकारियों के साथ बैठक की थी और उन्होंने भी अपने कर्मियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई करने पर सहमति जताई है.”
गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया की हत्या के बाद तिहाड़ जेल में बंद दिल्ली सरकार के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन और अंडरवलर्ड डॉन छोटा राजन समेत अन्य हाई प्रोफाइल कैदियों का सिक्योरिटी रिव्यू किया गया है. इसमें यह सुनिश्चित किया गया है कि इस तरह के हाई प्रोफाइल किसी भी कैदी पर कोई कैदी हमला ना कर दे. हालांकि, इन तमाम हाई प्रोफाइल कैदियों की सुरक्षा में भी उसी टीएसपी को तैनात किया गया है, जो टिल्लू की हत्या के वक्त मूकदर्शक बनकर खड़ी रही थी.