RPF NEWS: प्रतीक चौहान. रायपुर/नागपुर. दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के नागपुर रेल मंडल में इन दिनों सीनियर डीएससी के खिलाफ स्टॉफ की शिकायतें दिनों दिन बढ़ती जा रही है. पिछले दिनों ही एक सब इंस्पेक्टर ने सीनियर डीएससी पर मंथली रिश्वत लेने का आरोप लगाया था. हैरानी की बात ये है कि ये सभी मामले दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे जोन के आईजी के संज्ञान में है, लेकिन बावजूद इसके आईजी, डीजी को कोई भी रिपोर्ट नहीं भेज रहे है.

  लल्लूराम डॉट कॉम को सूत्रों से पता चला है कि नागपुर डीएससी ऑफिस में ही पदस्थ वरिष्ठ लिपिक राम आशीष पांडे ने पंकज चुघ (वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त नागपुर) के खिलाफ मानहानि और क्रिमिनल केस करने की अनुमति मांगने पत्र लिखा है. आईजी ऑफिस के एक सूत्र ने बताया कि ओएस ने अपने इस पत्र में लिखा है कि नवंबर 2022 में आवेदक की बड़ी बहन के पति की मौत हो गई थी. उनकी मौत उत्तर प्रदेश में हुई थी. उन्होंने सीनियर डीएससी से जाने की अनुमित लेकर अंतिम संस्कार में शामिल होने घर निकल गए.

इसी बीच सीनियर डीएससी ने एसके मरावी (उप निरीक्षक) और आरक्षक प्रशांत बर्वे को वर्दी में उनके घर भेजा. उन्होंने एक पत्र दिखाया और कहा कि उनका मेडिकल परीक्षण कराने का आदेश उनके पास है. वे उन्हें अपने साथ मेडिकल कराने ले गए.

इस पत्र में उन्होंने दावा किया है कि मेडिकल रिपोर्ट से ये स्पष्ट हो गया कि उन्होंने किसी भी प्रकार का कोई नशा नहीं किया था. लेकिन आरपीएफ की टीम ने उन्हें जो घर से इस तरीके से मेडिकल के लिए ले गई इससे उनकी छवि खराब होने की बात उन्होंने पत्र में कही है. यही कारण है कि उन्होंने आरपीएफ आईजी और नागपुर डीआरएम को पत्र लिखकर नागपुर सीनियर डीएससी के खिलाफ मानहानि और क्रिमिनल केस करने की अनुमति मांगी है.

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