धमेंद्र यादव, सीहोर। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के सीहोर (Sehore) जिले के रेहटी, आष्टा और इछावर तहसील में किसानों की फसलों की क्षतिपूर्ति और अन्य योजनाओं की राहत राशि में गबन का मामला सामने आया है। जिले में 2017 से 2021 तक की किसानों की क्षतिपूर्ति की राशि को अधिकारियों की मिलीभगत से अलग से फर्जी नाम जोड़कर करीब 2 करोड़ की राशि को दूसरों के खातों में डाल दी गई।
इस संबंध में सीहोर कलेक्टर प्रवीण सिंह (Collector Praveen Singh) ने बताया कि सीहोर की रहटी, आष्टा और इछावर में गड़बड़ी का मामला सामने आया था, जिसमें जांच टीम गठित कर दी गई है। इछावर तहसील की जांच पूरी हो चुकी है। जांच में पाया कि इछावर में दुर्घटनाओं में मृत्यु हो जाने पर मिलने वाली राहत राशि लगभग 60 लाख रुपए की राशि तहसील में बैठे बाबू और कंप्यूटर ऑपरेटर ने जालसाजी कर अपने परिजनों के खाते में ट्रांसफर कर ली। शीघ्र ही इछावर के इन अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी और पुलिस में एफआईआर दर्ज की जाएगी। आष्टा और रेहटी तहसील में हुए घोटाले की जांच अभी जारी है।
बता दें कि, ग्वालियर के महालेखाकार के ऑडिट में किसानों के नाम मेल नहीं खाने से सर्वर में गड़बड़ी सामने आई। जब महालेखाकार किसानों की क्षति पूर्ति के लिए आई राशि का ऑडिट किया गया तो जिन किसानों के खातों में राशि डालनी थी। उनकी जगह दूसरे लोगों के नाम निकलकर सामने आए।
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