हकिमुददीन नासिर, महासमुन्द. जिले की पुलिस शासन की ड्यूटी करने की बजाय साहूकारों की ड्यूटी करने पर मशगूल नजर आ रही है. इतना ही कानून के रखवाले नियमों की भी धज्जियां उड़ाते दिखाए दे रहे हैं. ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं कि, एक पीड़ित परिवार बीते कई महीनों से न्याय के लिए दर-दर की ठोकरे खाता भटक रहा है. जानकारी के अनुसार, पति के आत्महत्या करने के बाद दोषियों पर एफआईआर दर्ज कराने के लिए महासमुंद नगर के वार्ड क्रमांक 14 की एक महिला ने अपने दो छोटे- छोटे बच्चे व अपनी बूढ़ी मां को लेकर कलेक्टोरेट के मेन गेट पर अनिश्चितकालीन धरना पर बैठ गई. महिला ने पुलिस पर आरोप लगाया है कि, पुलिस उसके पति के मौत के जिम्मेदार दोषियों पर एफआईआर दर्ज नहीं कर रही है.

दरअसल, नगर के वार्ड क्रमांक 14 की रहने वाली हीरामोती चौहान के पति ने 19 जनवरी 2023 को साहूकारों के द्वारा कर्ज वसूली और मारपीट से तंग आकर एक सुसाइड नोट लिखकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. सुसाइड नोट में साहूकारों द्वारा प्रताड़ित करने का उल्लेख किया गया है. उसके बावजूद कोतवाली पुलिस ने आज तक किसी के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं की. जिसकी शिकायत पीड़ित महिला ने एसपी से भी की थी. लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होते देख पीड़ित महिला कलेक्टोरेट गेट पर धरने पर बैठ गई. पीड़ित महिला जहां दोषियों पर एफआईआर दर्ज करने की मांग कर रही हैं.

वहीं पुलिस का कहना है कि, सुसाइड नोट जांच के लिए गया हुआ है. जैसे ही रिपोर्ट उसकी आएगी कार्रवाई की जाएगी. गौरतलब है कि, महिला कलेक्टोरेट के गेट से हटने को तैयार नहीं थी. उसके बाद एसपी ने पीड़ित महिला की बात सुनकर उन्हें की जा रही कार्रवाई से अवगत कराया. साथ ही एक हफ्ते में कार्रवाई करने का आश्वासन दिया. तब जाकर कहीं महिला ने धरना खत्म किया. बहरहाल अब देखना होगा कि, इस पीड़ित महिला को इंसाफ कब तक मिल पाता है.