अम्बिकापुर. परसा कोयला ब्लॉक के प्रभावित ग्रामीणों ने परियोजना शुरू कराने के लिए सरगुजा कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है. परसा कोयला परियोजना के अंतर्गत आने वाले 6 गांव साल्ही, जनार्दनपुर, हरिहरपुर, फतेहपुर, तारा और घाटबर्रा के 15 सदस्यीय दल ने अम्बिकापुर मुख्यालय पहुंचकर कलेक्टर कुंदन कुमार से मुलाकात की. इस दौरान दल ने परसा कोयला परियोजना के पक्ष में 140 ग्रामीणों ने हस्ताक्षरित ज्ञापन सौंपकर परसा खदान शुरू कराने के साथ रोजगार देने की अपील की.

साल्ही के मनोज कुमार पोर्ते, फत्तेहपुर के सामल सिंह पोर्ते व केश्वर सिंह पोर्ते, हरिहरपुर के राजेश्वर दास तथा जनार्दनपुर के हेमलाल मरकाम ने जिलाधीश से बातचीत के दौरान बताया कि, हम सभी परसा कोल ब्लॉक से प्रभावित परिवार के सदस्य हैं. हमारी निजी भूमि का अधिग्रहण इस ब्लॉक के लिए दो वर्ष पहले हुआ था. इसके लिए हमें मुआवजा भी मिल चुका है, लेकिन इस अधिग्रहण में पुनर्वास तथा पुनर्व्यवस्थापन के तहत हमने रोजगार प्राप्त करने का विकल्प चुना है. हमारी अधिग्रहित भूमि का नामांतरण भी आरआरवीयूएनएल को हो गया है, लेकिन आज तक खदान शुरू न हो पाने से हम अब तक बेरोजगार घूम रहे हैं. चूंकि कानूनी तौर पर हमारी जमीन पर अब हमारा कोई अधिकार नहीं है, इसलिए इसमें हम कृषि कार्य भी नहीं कर पा रहें हैं और न ही कंपनी में हमें नौकरी मिल पा रही है. इससे हमें आर्थिक क्षति भी हो रही है.

गौरतलब है कि, इन सदस्यों ने सोमवार को रायपुर पहुंचकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और स्वास्थ्य मंत्री के निवास पहुंचकर इसी के लिए ज्ञापन सौंपा है. वहीं मंगलवार को ग्राम तारा पहुंचे स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव से मुलाकात कर अपनी बात रखी. इनकी इस मुहिम से यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि, गत दो वर्षों से जमीन के बदले नौकरी मिलने के इंतजार से सवालिया निशान खड़ा हो गया है. वहीं अपनी बेरोजगारी से अब ये सभी भयभीत होने लगे हैं.