शैलेंद्र पाठक,बिलासपुर. प्रदेश भर के पुलिस परिवारों ने एक साथ मिलकर आज राजधानी रायपुर में आंदोलन किया. इस पुलिस आंदोलन में भीड़ बढ़ाने के लिए दो पुलिसकर्मियों के फर्जी पुलिस परिजन बनाकर करीब 35 युवकों को बिलासपुर से रायपुर भेजा था. ये युवक पुलिस आंदोलन का हिस्सा बन पाते इससे पहले ही पुलिस ने इन्हें पकड़ लिया. सभी युवक मस्तूरी–पामगढ़ के बताए जा रहे है. रायपुर में पकड़ने के बाद उन्हें बिलासपुर लाया गया.
लल्लूराम डॉट कॉम से बातचीत के दौरान एडिश्नल एसपी नीरज चंद्राकर ने बताया कि करीब 35 युवाओं को फर्जी तरीके से पुलिस के परिजन बताकर ले जाया जा रहा था, जिन्हें पकड़ा गया था. बलौदाबाजार के दो आरक्षकों ने इन युवाओं को आंदोलन में भेजने के लिए बस की व्यवस्था की थी. दोनों आरक्षकों ने इन युवाओं को रायपुर घूमने के बहाने पुलिस परिवार के आंदोलन में शामिल करने भेजा था. पकड़ने के बाद सभी को समझाइस देकर छोड़ दिया गया है.
बता दें कि पुलिस के परिवार वालों ने 25 जून को राजधानी रायपुर में सरकार के खिलाफ आंदोलन का ऐलान किया था. इस आंदोलन को फेल करने पुलिस विभाग के आला अधिकारियों ने मोर्चा संभाला था. और राजधानी रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, महासमुंद सहित पूरे प्रदेश में जगह-जगह पर निगरानी रखी गई थी.