रायपुर। बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा ने किसानों की आत्महत्या न रोक पाने की ज़िम्मेदारी समाज पर डाली है. रायपुर में प्रभात झा ने मीडिया से मुख़ातिब होते हुए कहा कि किसानों की आत्महत्या रोकने के लिए जनजागरण करने की ज़रूरत है. किसानों की आत्महत्या पर दुख जताते हुए झा ने कहा कि किसानों की आत्महत्या दुखद है और इसे जनजागरण से ही रोका जा सकता है. उन्होंने कहा कि जन-जागरण का काम सरकार से ज़्यादा समाज की ज़िम्मेदारी है.
गरीबी का सबक दिया झा ने
उन्होंने किसानों को नसीहत दी कि गरीबी का मतलब होता है जूझना न कि आत्महत्या करना. स्वामीनाथन रिपोर्ट पर झा ने कहा कि मोदी सरकार ने स्वामीनाथन की रिपोर्ट से ज़्यादा किसानों को दिया है.
महाजन से कर्ज़ लेने पर क्या करे सरकार?
छत्तीसगढ़ में किसानों की कर्जमाफी पर बोलते हुए प्रभात झा ने कहा कि प्रदेश में शून्य फीसदी की दर से किसानों को ऋण मिल रहा है. मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह की मंशा है कि किसानों के चेहरे पर मुस्कान बनी रहे. लेकिन किसान महाजनों से जो कर्ज ले लेते हैं वहां सरकार लाचार हो जाती है. सरकार लोगों के निजी जीवन में क्या करेगी.