स्पोर्ट्स डेस्क. भारतीय खिलाड़ी की एक बार फिर मुश्किलें बढ़ने वाली है. हालांकि, इससे पहले भी ये खिलाड़ी अपनी पत्नी के मामले में सुर्खियों में रह चुका है. इस बार खिलाड़ी की पत्नी ने न्याय की गुहार सुप्रीम कोर्ट में याचिक दायर कर लगाई थी. जिसकी सुनवाई कर सुप्रीम कोर्ट ने नोटिस जारी किया है.

बता दें कि, तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी इस समय इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में गुजरात टाइटन्स के लिए शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं. शमी सोमवार को गुजरात और सनराइजर्स हैदराबाद के बीच नरेंद्र मोदी स्टेडियम में होने वाले मैच में फिर से अपनी गेंदबाजी से विपक्षी बल्लेबाजों को परेशान करेंगे. लेकिन, उनका उनकी पत्नी हसीन जहां के साथ विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. वह मौजूदा समय में हसीन द्वारा लगाए गए घरेलू हिंसा के आरोपों को लेकर भी खूब सुर्खियों में हैं. उनकी पत्नी ने सुप्रीम कोर्ट में विशेष याचिका दायर की है जिसमें उन्होंने अपनी इस पिटीशन में शमी पर घरेलूं हिंसा और अन्य महिलाओं से अनैतिक संबंध जैसे गंभीर आरोप लगाए. इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने हसीन की याचिका को सुना और भारतीय क्रिकेटर को नोटिस जारी किया है.

बता दें कि, हसीन ने सुप्रीम कोर्ट से शमी पर दहेज की मांग और घरेलू हिंसा के आरोप में उनके खिलाफ आपराधिक मुकदमे को फिर से शुरू करने और क्रिकेटर की गिरफ्तार पर सत्र अदालता द्वारा लगाई गई रोक को हटाने की मांग की है. इस दौरान सुनवाई में जब वकील ने कोर्ट से कहा कि हसीन अपने पति को फंसा रही है जिस पर मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि हम पक्षकार क्यों बनें? क्या आपने उनकी सेवा की है? उन्हें नोटिस जारी करो साथ ही इस मामले को लंबित याचिका के साथ टैग भी करो.

दरअसल, 32 वर्षीय भारतीय क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज शमी हसीन जहां के द्वारा लगाए गए सभी आरोपों को नकार चुके हैं. लेकिन वह न्याय पाने के लिए शमी के खिलाफ लगातार केस फाइल कर रही हैं. 2018 में भारतीय टीम के इस तेज गेंदबाज और उनके बड़े भाई से कलोकाता की महिला पुलिस ने भी पूछताछ की थी. इसके बाद अलीपुर कोर्ट द्वारा शमी की गिरफ्तारी वारंट भी जारी किया गया था. लेकिन वारंट पर रोक लगाने के कारण से कोई कार्वाई नहीं हुई थी. उस समय शमी को भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने पूरा समर्थन किया था.