नई दिल्ली . दिल्ली में जलभराव की समस्या खत्म करने के लिए पूरे सीवर सिस्टम की सफाई होगी. पहले चरण में सभी ट्रंक सीवर लाइनों की सफाई की जाएगी.
दिल्ली जल बोर्ड के साथ सीएम अरविंद केजरीवाल ने एक अहम बैठक की. बैठक में सीएम केजरीवाल के साथ स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज, दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष सोमनाथ भारती और दिल्ली जल बोर्ड के अधिकारी मौजूद रहे. इस दौरान सीएम केजरीवाल ने दिल्ली जल बोर्ड के अधिकारियों को बेहतर सीवर सिस्टम और राजधानी के लोगों को साफ पानी मुहैया कराने के लिए दिशा निर्देश दिया है.
सीएम ऑफिस की तरफ से ट्वीट करके कहा कि दिल्ली के सभी ट्रंक यानि बड़े सीवरों की सफ़ाई और डीसिल्टिंग का काम पूर्व की सरकारों में आज तक नहीं किया गया था, जिसे अब युद्ध स्तर पर करने के आदेश दिए गए हैं. सीएम के इन प्रयासों के बाद जल्द ही सीवर ओवरफ़्लो से दिल्ली की जनता को निजात मिलेगी.
सीएम केजरीवाल ने कहा कि जब से दिल्ली में सीवर सिस्टम बना है, तब से उसकी सफाई नहीं हुई है. पहली बार पूरे सीवर सिस्टम की सफाई का फैसला किया है, जो आगे नियमित तौर पर जारी रहेगा. इस कदम से जलभराव नहीं होगा और यमुना भी साफ होगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि सीवर लाइन की सफाई के वीडियो भी बनाया जाएं, जिससे प्रमाणित हो सके कि सफाई हुई है. उन्होंने बताया कि सीवर लाइन की सफाई को पांच भागों में बांटा जाएगा. हर साल 20 फीसदी सीवर नेटवर्क की सफाई होगी. इससे अगले पांच साल में पूरे सीवर लाइन नेटवर्क की सफाई हो जाएगी. केजरीवाल ने अधिकारियों से कहा कि वे सीवर लाइन से निकलने वाले कूड़े का सही निस्तारण करें.
अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली में सीवर लाइन की लंबाई करीब 9000 किलोमीटर है. फिलहाल 90 किलोमीटर सीवर लाइन नेटवर्क की सफाई का काम शुरू हो रहा है.
दिल्ली में पर्याप्त मात्रा में पानी
दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष सोमनाथ भारती ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि दिल्ली की जनसंख्या 2 करोड़ है. इसके मुताबिक दिल्ली में पर्याप्त मात्रा में पानी है और अब हमारी सरकार बेहतर तकनीक उपयोग के साथ हर घर साफ और स्वच्छ पानी मुहैया कराने के लिए पूरी तरह तत्पर है और इसकी शुरुआत भी हो चुकी है . नवीनतम तकनीक के माध्यम से दूषित जल को भी पीने योग्य बनाया जा सकता है और यह जांच में प्रमाणित है.
सीएम केजरीवाल ने पानी की उपलब्धता बढ़ाने के लिए दिल्ली में ट्यूबवेल लगाने का काम तेजी से करने के भी निर्देश दिए. बैठक में अधिकारियों ने बताया कि जमीनें देख ली गई हैं और 400 जगहों पर ट्यूबवेल लगाने की मंजूरी भी मिल गई है. मुख्यमंत्री ने कहा कि ट्यूबवेल लगाने का काम अक्टूबर तक पूरा किया जाए. सरकार के मुताबिक, ट्यूबवेल लगने के बाद 70 एमजीडी पानी की उपलब्धता बढ़ेगी.