नई दिल्ली: दिल्ली के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन की तबीयत खराब होने के बाद सोमवार को उन्हें अचानक अस्पताल में भर्ती कराया गया. तबीयत बिगड़ने की शिकायत के बाद उन्हें सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया है. जहां न्यूरोसर्जरी ओपीडी के डॉक्टरों ने बताया कि उन्हें रीढ़ की हड्डी में परेशानी के चलते यहां लाया गया था.
अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा
दिल्ली के मुख्यमंत्री और AAP प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने कहा कि बीजेपी सरकार को भगवान कभी माफ नहीं करेंगे. उन्होंने ट्वीट कर लिखा, “सत्येंद्र जैन जी के बेहतर स्वास्थ्य के लिए मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं. बीजेपी सरकार के इस अहंकार और जुल्म को दिल्ली और देश के लोग अच्छे से देख रहे हैं. भगवान भी इन अत्याचारियों को कभी माफ नहीं करेंगे. इस संघर्ष में जनता हमारे साथ है. ईश्वर हमारे साथ हैं. हम सरदार भगत सिंह जी के चेले हैं. ज़ुल्म, अन्याय और तानाशाही के खिलाफ हमारी ये लड़ाई जारी रहेगी.”
सुप्रीम कोर्ट ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में दिल्ली के पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन की जमानत याचिका पर 18 मई को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) से जवाब मांगा था. जस्टिस ए.एस. बोपन्ना और जस्टिस हिमा कोहली की बेंच ने ईडी को नोटिस जारी करते हुए जैन को राहत के लिए शीर्ष अदालत की अवकाशकालीन पीठ में जाने की छूट दे दी थी.
जैन की तरफ से पेश हुए वरिष्ठ वकील अभिषेक सिंघवी ने दलील दी कि पूर्व मंत्री का वजन 35 किलोग्राम घट गया है, वह कंकाल जैसे दिखाई देने लगे हैं और वह कई तरह की बीमारियों से पीड़ित हैं. वहीं, ईडी की ओर से पेश अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल एसवी राजू ने याचिका का विरोध किया था.
कोर्ट ने कोई विशिष्ट तारीख नहीं दी, लेकिन कहा कि जैन राहत के लिए सुप्रीम कोर्ट की अवकाशकालीन पीठ से संपर्क कर सकते हैं.
क्या है सत्येंद्र जैन से जुड़ा मामला
इन्फोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ED) ने 24 अगस्त 2017 को CBI की तरफ से दर्ज की गई FIR को आधार बनाकर जैन के खिलाफ मनी-लॉन्ड्रिंग मामले में जांच शुरू की थी. सत्येंद्र जैन ने 14 फरवरी 2015 से 31 मई 2017 तक कई लोगों के नाम पर चल संपत्तियां खरीदी थीं. जिसका वे संतोषजनक हिसाब नहीं दे सके थे. उनके साथ पूनम जैन, अजित प्रसाद जैन, सनील कुमार जैन, वैभव जैन और अंकुश जैन के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया था.