अगर आप अपना ध्यान, एकाग्रता और याददाश्त को बढ़ाना चाहते हैं, तो बाजार में मिलने वाली दवाओं पर निर्भर रहने के बजाय कुछ प्राकृतिक और घरेलू उपचार अपना सकते हैं। ये आपके स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होंगे।आप घर पर ऐसे कई पेय बना सकते हैं, जो न केवल याददाश्त को बढ़ाने में मदद करते हैं बल्कि कॉग्निटिव फंक्शन में भी सुधार करते हैं।आइए आज दिमाग को तेज बनाए रखने वाले 5 पेय के बारे में जानते हैं।
चुकंदर का रस
चुकंदर के रस में नाइट्रिक एसिड की मात्रा अधिक होती है, जो शरीर में रक्त के प्रवाह को बढ़ाने में मदद करता है। यह मस्तिष्क के कामकाज में सुधार करता है। इसके अलावा यह थकान को कम करने में भी मदद करता है और मस्तिष्क तक पहुंचने वाली ऑक्सीजन की मात्रा को बढ़ाकर कॉग्निटिव फंक्शन में सुधार करता है।
हरी स्मूदी
स्वस्थ पत्तेदार साग, दही और दूध से बना यह पेय एंटी-ऑक्सीडेंट और मस्तिष्क बढ़ाने वाले पोषक तत्वों जैसे विटामिन-B, विटामिन-E और K, फोलेट और L-टायरोसिन से भरपूर है। ये पोषक तत्व आपकी याददाश्त और ध्यान केंद्रित करने में मदद करते हैं। इसके लिए कटी हुई पालक, केला, एवोकाडो, वेनिला ग्रीक योगर्ट और दूध को चिकना और मलाईदार होने तक ब्लेंड करें। इसके बाद इस मिश्रण को एक गिलास में डालकर उसमें बर्फ के टुकड़े डालें और ठंडा-ठंडा परोसें।
अकाई बेरी शेक
अकाई बेरीज दिमाग बढ़ाने वाले गुणों से भरपूर होती है, जो आपके कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करते हुए और ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करते हुए मस्तिष्क में रक्त के प्रवाह को बढ़ाने में मदद करते हैं।इसमें मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट कोशिका क्षति को ठीक करते हैं और आपकी याददाश्त में सुधार करते हैं। अकाई बेरी के साथ दूध को मिलाकर चिकना होने तक ब्लेंड करें और फिर मिश्रण में बर्फ के टुकड़े डालकर ठंडा-ठंडा परोसें।
संतरे का रस
संतरे में मौजूद विटामिन-C और अन्य एंटी-ऑक्सीडेंट न्यूरोडीजेनेरेटिव विकार के जोखिम को कम करने और याददाश्त को मजबूत बनाए रखने में मददगार है। इसमें मौजूद बायोफ्लेवोनॉइड्स में एंटी-ऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो कोशिकाओं को मुक्त कणों से होने वाले नुकसान से बचाते हैं और आपके मस्तिष्क के स्वास्थ्य को बढ़ावा देते हैं।इसके अलावा यह समय के साथ याददाश्त कमजोर होने के जोखिम को कम करता है।
हल्दी वाला दूध
हल्दी वाला दूध करक्यूमिन नामक एंटी-ऑक्सीडेंट से भरपूर होता है, जो शरीर में मस्तिष्क से उत्पन्न न्यूरोट्रॉफिक कारकों के उत्पादन को बढ़ाने में मदद करता है।इससे यह मानसिक खामियों और तंत्रिका संबंधी विकारों को दूर रखते हुए मस्तिष्क के कामों और याददाश्त को बेहतर बनाने में मदद करता है। इसके लिए थोड़ा दूध गर्म करके उसमें थोड़ी सी पिसी हुई हल्दी डालकर अच्छी तरह मिलाएं। अब इसे एक गिलास में डालकर उसमें थोड़ा शहद मिलाएं और गरमागरम परोसें।
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